जम्मू: जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों ने शुक्रवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि परिसीमन आयोग की रिपोर्ट का मसौदा उसके दफ्तर में तैयार किया गया. विपक्षी दलों ने यह आरोप भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना और पूर्व मंत्री शक्ति परिहार के बीच हुई कथित बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद लगाया.
भाजपा के विरोधी दलों ने एक ओर जहां आयोग के स्वतंत्र कामकाज पर संदेह जताया, तो दूसरी ओर भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख रैना ने इसे पार्टी के खिलाफ एक ‘साजिश’ करार दिया और दावा किया कि ऑडियो ‘गढ़ा हुआ और फर्जी’ है.
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने एक जांच की मांग करते हुए कहा कि लीक हुए ऑडियो ने उसके इस रुख की पुष्टि की है कि प्रशासन ने ‘परिसीमन रिपोर्ट उनके (भाजपा पार्टी) कार्यालय में तैयार की है.’
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख जी.ए मीर ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘यह देश के संवैधानिक और स्वायत्त स्वतंत्र संस्थानों की स्वायत्तता के खिलाफ है और उसके स्वतंत्र कामकाज पर आक्षेप के समान है.’
कांग्रेस ने मांग की कि परिसीमन आयोग को अपनी रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से पहले उसकी विभिन्न मापदंडों को ध्यान में रखते हुए समीक्षा करनी चाहिए और उसे फिर से तैयार करना चाहिए.
पीडीपी ने कहा कि ऑडियो इस आरोप को सही साबित करता है कि रिपोर्ट भाजपा नेताओं के निर्देश पर तैयार की गई.
ऑडियो में रैना को कथित तौर पर उनके डोडा निर्वाचन क्षेत्र में कुछ क्षेत्र को शामिल करने की ओर इशारा करते हुए सुना गया.
परिसीमन आयोग की मसौदा रिपोर्ट को खारिज करते हुए, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के महासचिव गुलाम नबी लोन हंजुरा ने आरोप लगाया कि आयोग ने ‘भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे का खुले तौर पर पालन किया है.’
उन्होंने जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि परिसीमन आयोग की रिपोर्ट त्रिकुटा नगर स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी भवन में तैयार की गई थी और उस पर आयोग के सदस्यों द्वारा केवल हस्ताक्षर किए गए थे.’
भाषा जोहेब अमित
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