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चरही(हजारीबाग), 18 फरवरी (भाषा), झारखंड के हजारीबाग जिले में छह फरवरी को सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान भीड़ द्वारा घेरकर मार दिये गये रूपेश पांडेय के श्राद्धकर्म में शामिल होने जा रहे झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश को रोक दिया गया। इससे नाराज दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
हजारीबाग जिला प्रशासन ने शुक्रवार को रुपेश के घर से लगभग 60 किलोमीटर पहले ही इन नेताओं को रोक लिया और आगे नहीं बढ़ने दिया। पांच घंटे की प्रतीक्षा के बाद दीपक प्रकाश को रांची वापस लौटना पड़ा। दीपक प्रकाश ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि रोके जाने का कारण पूछने पर स्थानीय प्राशासनिक अधिकारियों ने कहा कि उपर से आदेश है।
उन्होंने जब इस सिलसिले में हजारीबाग के उपायुक्त से बात की तो उनको बताया गया कि शहर में धारा 144 लागू है जिसे देखते हुए उन्हें रूपेश के घर जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। गौरतलब है है कि 16 फरवरी को जिला प्रशासन ने रूपेश के परिजनों से मिलने और उन्हें आर्थिक सहयोग करने दिल्ली से आये भाजपा नेता कपिल मिश्रा को रांची हवाई अड्डे पर ही रोक लिया था और उन्हें अंततः हवाई अड्डे से बाहर नहीं निकलने दिया गया। कपिल मिश्रा दोपहर बाद हवाई अड्डे से ही दिल्ली वापस चले गये थे।
हजारीबाग के बरही में रूपेश की भीड़ द्वारा हत्या का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। झारखंड से लेकर दिल्ली तक इसको लेकर सियासत हो रही है। हजारीबाग पुलिस ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता करके एक बार फिर से दावा किया कि निजी विवाद के कारण रूपेश की हत्या हुई और उसकी हत्या का सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस से कोई लेनादेना नहीं था।
भाषा, इन्दु संतोष
संतोष
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