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Friday, 20 September, 2024
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जीजेईपीसी ने इंडिया ज्वेलरी पार्क के लिए एमआईडीसी के साथ 95 साल का भूमि पट्टा करार किया

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मुंबई, 19 जनवरी (भाषा) रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने बुधवार को कहा कि उसने इंडिया ज्वेलरी पार्क मुंबई (आईजेपीएम) की स्थापना के लिए 95 वर्षों तक भूमि का कब्जा देने के लिए महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) के साथ एक समझौते के मसौदे पर हस्ताक्षर किए हैं।

जीजेईपीसी के अध्यक्ष कोलिन शाह ने एक बयान में कहा, ‘‘इंडिया ज्वेलरी पार्क मुंबई, जीजेईपीसी की एक और महत्वाकांक्षी परियोजना, एमआईडीसी के साथ इस भूमि मसौदा समझौते के साथ शुरू हो जाएगी। मैं एमआईडीसी को अब तक की सभी सहायता के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और इस परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा करने में उनके निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन का अनुरोध करता हूं।’’

शाह ने कहा कि मुंबई में इंडिया ज्वेलरी पार्क, राज्य में आभूषण निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगा। यह वैश्विक निर्माताओं और निवेशकों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में विकसित होगा।

यह 20,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश को आकर्षित कर महाराष्ट्र और भारत की आर्थिक वृद्धि में योगदान देगा। उन्होंने कहा कि यह एक लाख से अधिक श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा।

इंडिया ज्वेलरी पार्क मुंबई विनिर्माण इकाइयों, वाणिज्यिक क्षेत्रों, औद्योगिक श्रमिकों के लिए आवास और वाणिज्यिक सहायता सेवाओं के साथ एक एकीकृत रत्न और आभूषण औद्योगिक पार्क है।

यह उन आभूषण निर्माताओं और व्यापारियों को प्रभावी सहायता प्रदान करेगा जो महाराष्ट्र में नया कारोबार शुरू करने या अपने मौजूदा उद्यमों को मजबूत करने के लिए विस्तार करने में रुचि रखते हैं।

इंडिया ज्वेलरी पार्क, मुंबई के चेयरमैन किरीट भंसाली ने कहा, ‘मुंबई में इंडिया ज्वेलरी पार्क चीन, तुर्की, इटली और थाइलैंड जैसे देशों में इसी तरह की परियोजनाओं के मुकाबले एक मानक है। यह आभूषण निर्माताओं और व्यापारियों को प्रभावी समर्थन प्रदान करेगा। ज्वैलरी पार्क में 21.3 एकड़ भूमि पर 1,000 से अधिक रत्न और आभूषण इकाइयां खोलने की परिकल्पना की गई है।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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