नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका कट्टरपंथी एजेंडा हमारे क्षेत्र की शांति के लिए असल खतरा है.
इमरान खान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वो मोदी सरकार के कट्टरपंथी एजेंडा पर ध्यान दे और उस पर कार्रवाई करे.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ‘भारत में अल्पसंख्यकों के नरसंहार के लिए दिसंबर में कट्टरपंथी हिंदुत्व समिट में कहा गया, इस पर मोदी सरकार ने लगातार खामोशी बरत रखी है, खासकर 20 करोड़ मुस्लिम आबादी वाले देश में. इससे सवाल उठता है कि भाजपा सरकार इसका समर्थन करती है.’
इमरान खान ने कहा, ‘भाजपा और मोदी सरकार की कट्टरपंथी विचारधारा के तहत हिंदुत्ववादी समूहों द्वारा भारत के सभी धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है.’
Under the extremist ideology of the BJP Modi govt, all religious minorities in India have been targeted with impunity by Hindutva groups. The extremist agenda of the Modi govt is a real and present threat to peace in our region.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 10, 2022
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बीते महीने भारतीय उच्चायुक्त को बुलाकर हरिद्वार में हुई घटना को लेकर चिंता भी जताई थी.
बता दें कि बीते कुछ सालों में पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर लगातार हमले की खबरें आती रही हैं. कई मंदिरों को निशाना बनाया जाता रहा है.
इससे पहले भी भारत को लेकर इमरान खान कई बयान दे चुके हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने भारत के आईटी सेक्टर की तारीफ की थी. वहीं 5 जनवरी को एक ट्वीट में उन्होंने कहा था कि भारत में हिंदुत्ववादी मोदी सरकार कश्मीर पर यूएनएससी के प्रस्ताव का उल्लंघन कर रही है.
खान ने संयुक्त राष्ट्र से अपील भी की थी कि कश्मीर में भारत के कदमों को लेकर कार्रवाई की जाए. खान ने कहा था कि सेल्फ डिटरमीनेशन के लिए कश्मीरी संघर्ष को लेकर पाकिस्तान उसके साथ खड़ा है.
The int community, esp the UN, must take action on India's war crimes & crimes against humanity in IIOJK as Kashmiris continue to reject & resist Indian Occupation & oppression. Pakistan remains steadfast in its commitment to the just Kashmiri struggle for self determination.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 5, 2022
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‘प्रधानमंत्री आपने हमें निराश किया है’
भारत को लेकर इमरान खान के बयान पर उनके ही देश के लोग तंज कर रहे हैं. एसके अफरीदी नाम के एक ट्विटर यूजर ने खान के बयान पर कहा, ‘ये बात वो शख्स कह रहा है जिसने टीएलपी जैसे कट्टरपंथी समूह को खुला छोड़ रखा है. सर, क्या हम अपने देश पर फोकस कर सकते हैं.’
Says the person who has given free hand to extremist wing TLP.
Sir can we please focus on our own country. https://t.co/4vAym7XKH9
— Sabuktageen Khan Afridi (@SabukAfridi) January 10, 2022
एक अन्य यूजर ने कहा, ‘पहले अपने घर में देखो तभी दूसरे पर उंगली उठाओ. प्रधानमंत्री आपने हमें निराश किया है.’
Don't pont fingers on others before cleaning your home , sorry to say dear prime minister but you have disappointed us.
— قربان (@its__wolf) January 10, 2022
एक अन्य यूजर ने कहा, ‘पाकिस्तान में बचे कुछ अल्पसंख्यक आबादी के लिए चिंतित हूं. उनको बख्श दें.’ इसके जवाब में एक यूजर ने कहा, ‘भारत की तुलना में अल्पसंख्यक समुदाय पाकिस्तान में ज्यादा सुरक्षित है.’
हालांकि कई लोगों ने इमरान खान की बात से सहमति भी जताई.
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क्या था मामला
बता दें कि 17 से 19 दिसंबर के बीच हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में धार्मिक साधु-संतों के विवादित बयानों के बाद ये मामला सुर्खियों में रहा.
साधु-संतों ने अपने बयानों में मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाए जाने की बात कही थी. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के कई घंटों बाद तक इस मामले पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी जिसके बाद प्रशासन पर कई तरह के सवाल उठने लगे थे.
मामला बढ़ने के बाद उत्तराखंड पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसी तरह का आयोजन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी हुआ था, जिसमें एक साधु कालीचरण को गिरफ्तार किया गया था.
भारत में भी साधु-संतों के विवादित बयानों को लेकर काफी प्रतिक्रियाएं आईं और मांग की गई कि ऐसे बयान देने वालों को जेल में होना चाहिए.
गौरतलब है कि धर्म संसद के दौरान घृणित भाषण देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध करने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी हो गया है.
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