scorecardresearch
Saturday, 23 November, 2024
होमदेशदिल्ली में धीमी हवा के कारण वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में, स्कूल-कॉलेज खोलने पर आज होगा फैसला

दिल्ली में धीमी हवा के कारण वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में, स्कूल-कॉलेज खोलने पर आज होगा फैसला

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को, फरीदाबाद में 348, गाजियाबाद में 346, ग्रेटर नोएडा में 329, गुड़गांव में 308 और नोएडा में 320 रहा.

Text Size:

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में धीमी हवा और कम तापमान के चलते बुधवार को सुबह वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई.

शहर में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 357 रहा.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अभी तक सबसे कम तापमान है. अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.

तेज हवा चलने से रविवार तथा सोमवार को वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया था. मंगलवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 290 रहा था. इस महीने में दूसरी बार एक्यूआई में इतना सुधार देखा गया था, जो इससे पहले एक नवंबर को 281 रहा था.

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को, फरीदाबाद में 348, गाजियाबाद में 346, ग्रेटर नोएडा में 329, गुड़गांव में 308 और नोएडा में 320 रहा.

एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.

दिल्ली सरकार बुधवार को एक समीक्षा बैठक में स्कूल, कॉलेज तथा अन्य शैक्षणिक संस्थान दोबारा खोलने और सरकारी कर्मचारियों की मौजूदा ‘वर्क फ्रॉम होम’ व्यवस्था पर फैसला करेगी. संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) संचालित गैर-जरूरी सामान से लदे ट्रकों को शहर में आने की अनुमति देने पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा.

सरकार ने वायु की गुणवत्ता में सुधार और श्रमिकों को हो रही असुविधा को देखते हुए निर्माण और तोड़फोड़ से संबंधित गतिविधियों पर लगी रोक सोमवार को हटा दी थी.

दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले इसके दुष्प्रभाव के मद्देनजर गत रविवार को गैर-जरूरी सामानों वाले ट्रकों के शहर में प्रवेश पर प्रतिबंध को विस्तार दिया था, जबकि उसके कर्मचारियों को 26 नवंबर तक ‘वर्क फ्रॉम होम’ (घर से काम) व्यवस्था जारी रखने का आदेश दिया था.


यह भी पढ़ें: कृषि कानूनों के पूरे प्रकरण ने भारत की आंतरिक फूट को उजागर किया है, अब इसे पाटने का समय है


 

share & View comments