लखनऊ : रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडे ने उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) द्वारा गत रविवार को अलकायदा से जुड़े होने के आरोप में कई लोगों की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं.
पांडे ने बृहस्पतिवार को रिहाई मंच द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एटीएस द्वारा की गई गिरफ्तारियां पर सवाल उठाते हुए कहा कि पकड़े गए लोगों के परिजन ने खुद भी इस पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी आतंकवाद के झूठे आरोपों में अनेक बेकुसूर लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें अदालतों से बरी किया जा चुका है. पांडे ने कहा कि जिस तरह से अलकायदा के नाम पर हुई गिरफ्तारियों के बाद प्रेशर कुकर की बरामदगी को प्रचारित किया गया, उससे ऐसा लगता है कि घर में कुकर रखना ही गुनाह हो गया है.
रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने आतंकवाद के नाम पर पिछले दिनों हुई गिरफ्तारियों को आगामी विधानसभा चुनाव में लाभ लेने की कोशिश करार दिया.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने अलकायदा समर्थित ‘अंसार ग़ज़वतुल हिंद’ से जुड़े होने के आरोप में लखनऊ के दुबग्गा निवासी मिनहाज अहमद तथा मड़ियांव के रहने वाले मुशीरउद्दीन को रविवार को गिरफ्तार कर मिनहाज के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री तथा एक पिस्टल बरामद किया था. मुशीरउद्दीन के पास से भी भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री के साथ-साथ एक प्रेशर कुकर भी बरामद किया गया था.
इस मामले में दोनों आरोपियों की मदद करने के इल्जाम में बुधवार को तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने दावा किया था कि ये लोग अलकायदा के उत्तर प्रदेश मॉड्यूल के मुखिया उमर हलमंडी के निर्देश पर अपने साथियों की मदद से आगामी 15 अगस्त को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों, खासकर लखनऊ के महत्वपूर्ण स्थानों, स्मारकों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में विस्फोट करने और मानव बम आदि द्वारा आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे.