मंत्रालय ने कहा कि इस आंकड़ा तक पहुंचने में चीन को 119 दिन जबकि अमेरिका को 115 दिन लगे. भारत में स्वास्थ्यकर्मियों को खुराकें देने के साथ 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू किया गया. इसके बाद दो फरवरी से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण आरंभ हुआ. इसके बाद अलग-अलग उम्र समूहों के लिए टीके देने की शुरुआत की गयी.
देश में टीके की 17 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है. सुबह सात बजे तक अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक कुल 24,70,799 सत्र में 17,01,76,603 खुराकें दी गयीं.
इनमें से 95,47,102 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली खुराक और 64,71,385 को दूसरी खुराक दी गयी. वहीं अग्रिम मोर्चे के 1,39,72,612 कर्मियो को पहली खुराक और 77,55,283 को दूसरी खुराक दी गयी है.
देश में 18-44 उम्र समूह में 20,31,854 लोगों को पहली खुराक दी गयी है. जबकि, 45 से 60 वर्ष के समूह में 5,51,79,217 को पहली खुराक और 65,61,851 को दूसरी खुराक दी गयी है. वरिष्ठ नागरिकों में 5,36,74,082 को पहली खुराक और 1,49,83,217 को दूसरी खुराक दी गयी है.
देश 66.79 प्रतिशत टीकाकरण में महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, केरल, बिहार और आंध्र प्रदेश की भागीदारी है.
मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण के 114 वें दिन (नौ मई) को टीके की 6,89,652 खुराकें दी गयी.
नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की 17 करोड़ खुराकें देकर भारत ने दुनिया में सबसे तेजी से टीकाकरण किया है.