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Sunday, 22 December, 2024
होमएजुकेशनIIT की तैयारी करने वाले दलित छात्रों को फ्री में पढ़ाएंगे 'सुपर 30' के आनंद कुमार, मोदी सरकार ने दी मंज़ूरी

IIT की तैयारी करने वाले दलित छात्रों को फ्री में पढ़ाएंगे ‘सुपर 30’ के आनंद कुमार, मोदी सरकार ने दी मंज़ूरी

सरकार ने दिल्ली स्थित एक ट्रस्ट के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंज़ूरी दे दी है, जिसके तहत गणितज्ञ आनंद कुमार हर साल, 400 SC छात्रों को कोचिंग देंगे.

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नई दिल्ली: दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक नरेंद्र मोदी सरकार ने, एक प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंज़ूरी दे दी है, जिसके तहत ‘सुपर 30’ प्रसिद्धि के आनंद कुमार, अनुसूचित जातियों के 400 छात्रों का मार्गदर्शन करने, और उन्हें आईआईटी एंट्रेंस एग्जाम के लिए, कोचिंग मुहैया कराएंगे.

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक़, जिस पर हाशिए पर पड़े समुदायों का कल्याण सुनिश्चित करने का दायित्व है, प्रस्ताव को डॉ बीआर आम्बेडकर की जयंती वाले दिन यानी कि 14 अप्रैल को सैद्धांतिक मंज़ूरी दी गई.

बिहार के गणितज्ञ आनंद कुमार, एक सफल और दुनियाभर में सम्मानित कार्यक्रम के सूत्रधार हैं, जिसमें हर साल सबसे ग़रीब परिवारों के 30 मेधावी छात्रों को, आईआईटी दाख़िले के लिए मुफ्त कोचिंग मुहैया कराई जाती है. उनके छात्रों की सफलता की दर बहुत ऊंची रहती है, जिसमें 2017 में सभी 30 ने, 2016 में 28 ने, 2018 में 26 ने जेईई (एडवांस्ड) परीक्षा पास की थी.

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने, जो नाम नहीं बताना चाहते थे, कहा, ‘सुपर 30’ वाले आनंद कुमार से प्रेरित ये प्रस्ताव, नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित सुमीत फाउण्डेशन ट्रस्ट की ओर से दाख़िल किया गया है, जिसकी प्रमुख जानी-मानी शिक्षाविद मोना पुरी हैं. हम जल्द ही इसकी बारीकियों को अंतिम रूप दे देंगे, और प्रस्ताव के तौर-तरीक़े भी तैयार कर लिए जाएंगे’.

अधिकारी ने कहा, ‘विचार ये है कि प्रीमियर आईआईटी कोचिंग को, एससी समुदाय के छात्रों के लिए भी मुहैया कराया जाए, ताकि वो दूसरों के साथ बराबरी के स्तर पर मुक़ाबला कर सकें’.

सूत्रों ने बताया कि फ्री कोचिंग 15 अगस्त को, स्वाधीनता दिवस से पहले शुरू किए जाने की संभावना है.

सूत्रों ने कहा कि ग़रीब परिवारों के और अधिक मेधावी छात्रों की सहायता के लिए, सरकार के साथ भागीदारी के ज़रिए, कुमार ग्रेटर नोएडा में एक आवासीय स्कूल स्थापित करने की संभावना पर भी ग़ौर करेंगे.


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कोचिंग के फायदों का विस्तार

सामाजिक न्याय मंत्रालय ने अपनी मौजूदा फ्री कोचिंग स्कीम को भी, और कारगर बनाने का फैसला किया है- संस्थानों को पैसा देने की बजाय, अब वो ‘होनहार छात्रों’ का चयन करेगी. इसलिए अब, देश भर में एससी और ओबीसी समुदायों से ताल्लुक़ रखने वाले, 4,000 मेधावी छात्रों को, जेईई और नीट की मुफ्त कोचिंग दी जाएगी.

इन मुद्दों पर 12 अप्रैल को हुई मंत्रालय की एक समीक्षा बैठक में चर्चा की गई थी.

ऊपर हवाला दिए गए अधिकारी ने कहा, ‘इस स्कीम का उद्देश्य उन सबसे ग़रीब और मेधावी छात्रों का हाथ थाम कर उनकी सहायता करना है, जो केंद्र और राज्य सरकारों की ग्रुप ए और ग्रुप बी सेवाओं में, शामिल होने की आकांक्षा रखते हैं, और स्कीम के तहत वित्तीय सहायता से, प्रतिष्ठित तकनीकी और प्रोफेशनल कोर्सेज़ में दाख़िला लेना चाहते हैं. इसलिए, स्कीम में बदलाव किया जा रहा है’.

एक दूसरे अधिकारी ने कहा, ‘इससे पहले, पैसा संस्थानों को दिया जाता था, और वो छात्रों का चयन करते थे. लेकिन हमें कई अनियमितताओं का पता चला, और अब हमने तमाम राज्यों से, 10वीं कक्षा के मेधावी छात्रों का चयन करने का फैसला किया है, जिन्हें एक लाख रुपए दिए जाएंगे, और वो सर्वश्रेष्ठ संस्थानों से कोचिंग लेने के लिए स्वतंत्र होंगे’.


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