मास्को: कोविड-19 के रूसी टीके ‘स्पूतनिक-5’ के तीसरे चरण के परीक्षण में इसकी 91.6 प्रतिशत प्रभाव क्षमता प्रदर्शित हुई है और कोई दुष्प्रभाव भी नजर नहीं आया. ‘द लांसेट’ जर्नल में प्रकाशित आंकड़ों के अंतरिम विश्लेषण में यह दावा किया गया है.
अध्ययन के ये नतीजे करीब 20,000 प्रतिभागियों से एकत्र किये गये आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित हैं.
अध्ययन दल में शामिल वैज्ञानिकों ने कहा है कि टीकों के परीक्षण के दौरान प्रतिभागियों पर टीके की खुराक का कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव नहीं के बराबर देखने को मिला.
उन्होंने बताया कि परीक्षण के दौरान चार लोगों की मौत हुई. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि टीके से इसका कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि सर्वाधिक प्रतिकूल प्रभाव फ्लू जैसे लक्षण, इंजेक्शन वाले स्थान पर दर्द और कमजोरी महसूस होने के रूप में नजर आए.
अध्ययन की सह मुख्य लेखक एवं रूस के गामेलया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपीडेमियोलॉजी ऐंड माइक्रोबॉयोलॉजी से संबद्ध एना वी डोलझीकोवा ने कहा, ‘रूस में तीसरे चरण के हमारे परीक्षण में 18 साल से अधिक आयु के प्रतिभागियों में टीके की अत्यधिक प्रभाव क्षमता देखने को मिली है.’
गौरतलब है कि दुनियाभर में अभी कोविड-19 के 64 टीकों का क्लीनिकल परीक्षण चल रहा है, जिसमें 13 टीकों का तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है जबकि 173 टीके पूर्व-क्लीनिकल विश्लेषण के चरण में हैं.
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