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Monday, 4 November, 2024
होमहेल्थपहला चरण 60-70% पूरा होने के बाद कोविड टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू होगा, लेकिन अभी कोई तारीख तय नहीं

पहला चरण 60-70% पूरा होने के बाद कोविड टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू होगा, लेकिन अभी कोई तारीख तय नहीं

अगले चरण में पुलिस, सशस्त्र बल, होमगार्ड, नगरपालिका कर्मचारियों जैसे फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को टीका लगाया जाएगा.

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नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण पहले चरण के तहत 60-70 प्रतिशत लक्ष्य पूरा होने के बाद शुरू होगा.

16 जनवरी को शुरू हुए टीकाकरण के पहले 10-10 दिनों में सोमवार शाम 7.10 बजे तक 19,50,183 लाभार्थियों को टीका लगाया जा चुका है. यह पहले चरण में एक करोड़ लोगों को टीका लगाने के लक्ष्य का लगभग 19.5 प्रतिशत है.

हालांकि, सरकारी अधिकारियों ने कहा कि यह बताना संभव नहीं है कि पहले चरण का अभियान कब समाप्त होगा क्योंकि राज्यों में टीकाकरण के आंकड़े अलग-अलग हैं.

टीकाकरण के दूसरे चरण को शुरू करने पर सरकार में आंतरिक स्तर पर चर्चा तो शुरू हो गई है, हालांकि, अभी तक तारीख को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है.

टीकाकरण के लिए पहला प्राथमिकता समूह स्वास्थ्य सेवा प्रदाता और कार्यकर्ताओं का है जिसमें सरकारी और निजी दोनों शामिल है. दूसरा समूह फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का है जिनकी संख्या लगभग 2 करोड़ है. इनमें राज्य और केंद्रीय पुलिस विभाग, सशस्त्र बल, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा संगठनों के कर्मचारियों के अलावा आपदा प्रबंधन वालंटियर और नगरपालिका कर्मी (स्वास्थ्य सेवा कर्मियों को छोड़कर) शामिल हैं.

टीकाकरण की योजना और उसे शुरू कराने के कार्यक्रम में शामिल एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘हमने चरण 2 के टीकाकरण की शुरुआत के लिए कोई तारीख तय नहीं की है. लेकिन आंतरिक स्तर पर इतना तय किया जा चुका है कि एक बार पहले चरण के लक्ष्य का लगभग 60-70 प्रतिशत तक पूरा हो जाए तब हमें चरण 2 शुरू करना चाहिए.’

अधिकारी ने कहा, ‘उसके बाद, दोनों प्राथमिकता समूहों का टीकाकरण एक साथ जारी रखेंगे, जैसा कि हमने पहले भी कहा था. एक बार में टीकाकरण के एक से अधिक चरण चल सकते हैं.’

हालांकि, लाभार्थियों का सबसे बड़ा हिस्सा चरण 3 में कवर होगा, जब 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग और कोमोर्बिडिटी वालों को टीका लगाया जाना है.

माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विभिन्न मुख्यमंत्री और अन्य तमाम मंत्री, जो इन मानदंडों के दायरे में आते हैं, को टीके की खुराक इसी चरण में दी जाएगी.


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‘टीकों की कोई कमी नहीं’

भारत ने शुरुआती दिनों में वैक्सीन लेने को लेकर लोगों में हिचकिचाहट की समस्या का सामना किया है लेकिन धीरे-धीर स्थिति बदल रही है, सरकार ने अफवाहें और गलत सूचनाएं फैलाने वालों पर शिकंजा कस दिया है.

गृह मंत्रालय ने सोमवार को राज्यों से कहा कि उन लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए जो टीके से संबंधित गलत जानकारी या किसी तरह की अफवाह फैलाने में शामिल पाए जाएं.

हालांकि, शुरुआत में यह धारणा बनी थी कि सीमित उपलब्धता के कारण वैक्सीन रोलआउट में मुश्किल हो सकती है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि अब ऐसा नहीं है.

एक दूसरे अधिकारी ने कहा, ‘यदि टीके की खुराक की सीमित उपलब्धता वाला फैक्टर होता तो क्या आपको लगता है कि हम कई देशों को टीकों के निर्यात की अनुमति दे सकते थे? कानून कंपनियों को अपने जोखिम पर वैक्सीन के भंडारण की अनुमति देता है और आपातकालीन उपयोग को मंजूरी दिए जाने से पहले ही भंडारण का काम अच्छी तरह चल रहा था.

भारत ने भूटान, मालदीव, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार, ब्राजील, बोलीविया और सेशेल्स को टीके निर्यात किए जाने की अनुमति दी है.

भारत सरकार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक से टीकों की लगभग 6 करोड़ खुराक खरीदने वाली है, जिनमें से 1.5 करोड़ से ज्यादा की आपूर्ति हो चुकी है.

टीके छह महीने तक उपयोग किए जा सकते हैं और इसकी पहली लॉट अप्रैल में एक्सपायर होगी. हालांकि, एक बार शीशी खोलने के बाद टीके का उपयोग अगले दिन भी नहीं किया जा सकता है.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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