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Friday, 22 November, 2024
होमदेशभारत में कोरोना संक्रमण की दर पिछले सप्ताह 1.16 से 1.05 पर तेजी से गिरती दिख रही, तमिलनाडु की दर एक से नीचे हुई

भारत में कोरोना संक्रमण की दर पिछले सप्ताह 1.16 से 1.05 पर तेजी से गिरती दिख रही, तमिलनाडु की दर एक से नीचे हुई

आंध्र और बिहार से जैसे कोरोना से बुरी तरह प्रभावित राज्यों में संक्रमण नीचे की तरफ जा रहा है इससे भारत की संक्रमण दर काफी नीचे पहुंची है.

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नई दिल्लीः भारत में कोविड-19 संक्रमण की दर मापने के लिए एक प्रमुख पैरामीटर- ‘आर’ जो पिछले सप्ताह 1.16 से 1.05 तक कम हो गया है, जिसमें तमिलनाडु का आर वैल्यू एक से थोड़ा नीचे है.

कोविड-19 के लिए जिम्मेदार संक्रमण की दर को मापने के लिए एक प्रमुख पैरामीटर- भारत की प्रभावी प्रजनन संख्या ‘आर’- इस सप्ताह पिछले सप्ताह 1.16 से काफी कम होकर 1.05 हो गई है, तमिलनाडु का आर मूल्य एक से थोड़ा नीचे है.

देश का ‘आर’ वैल्यू  ‘अंलॉक 2’ के एक सप्ताह बाद, 26 जून को 1.11 से 7 जुलाई को 1.19 तक पहुंच गया था.   13 जुलाई के आसपास, आर वैल्यू 1.11 तक कम हो गया और फिर 20 जुलाई को यह बढ़कर 1.17 पर पहुंच गया.

हालांकि, इस सप्ताह, बहुत से बुरी तरह से प्रभावित राज्यों जो नीचे की तरफ नजर आ रहे हैं, जिससे भारत का समग्र आर वैल्यू कम हो गया है.

सभी गणनाएं चेन्नई के इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेज के शोधकर्ता सीताभरा सिन्हा द्वारा की गई हैं.

जब आर वैल्यू 1 से कम रहता है तो महामारी नियंत्रण में मानी जाती है. बुधवार को भारत में 6,43,948 सक्रिय कोविड-19 मामले दर्ज किए और 46,091 से अधिक मौतें.


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बुरी तरह प्रभावित ज्यादातर राज्य नीचे की तरफ ट्रेंड दिखा रहे

आर और आर जीरो (R0) (मूल प्रजनन संख्या) दोनों लोगों की संख्या के एक अनुमान है कि एक मरीज कितने लोगों को संक्रमित कर सकते हैं.

आर 0 की गणना किसी महामारी के आरंभ में की जाती है जब संपूर्ण जनसंख्या को किसी रोग के प्रति अतिसंवेदनशील माना जाता है, आर समय के साथ परिवर्तन करता है और इस तथ्य को ध्यान में रखता है कि कुछ व्यक्तियों को रोग से बचाया जाता है- या तो वे इम्यूनिटी विकसित कर चुके हैं या सोशल डिस्टेंसिंग उपायों के कारण.

भारत के लिए, आर0 की गणना अप्रैल में लगभग 1.83 की गई थी.

एक बीमारी का आर0 तीन कारकों पर निर्भर करता है- संक्रमण की संभावना जब एक अतिसंवेदनशील व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है, तो अतिसंवेदनशील और संक्रमित व्यक्तियों के बीच संपर्क की औसत दर, और वह अवधि जिसके दौरान कोई व्यक्ति संक्रमण फैलाता है पर.

सिन्हा ने कोविड-19 के अधिक सक्रिय मामलों की उच्चतम संख्या वाले राज्यों के आर वैल्यू की गणना की है. इनमें से अधिकांश राज्यों इसके नीचे जाने का ट्रेंड दिखता है.

तमिलनाडु में आर वैल्यू पिछले सप्ताह 1.06 से इस सप्ताह 0.92 तक नीचे चला गया है.

आंध्र प्रदेश का आर मूल्य 1.14 था, जिसमें 4 अगस्त के आसपास 1.48 की कमी थी, जहां 12 सबसे खराब राज्यों में आर सबसे ज्यादा था.

बिहार का आर वैल्यू 22 जुलाई को लगभग 1.62 के करीब था, जो सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में सबसे अधिक था. यह पिछले सप्ताह 1.32 तक नीचे चला गया था, और इस सप्ताह 1.22 तक कम हो गया है.

राजस्थान में, इस सप्ताह पिछले सप्ताह के 1.19 से 1.18 तक आर मूल्य गिर गया है. 4 अगस्त के आसपास, यह वैल्यू लगभग 1.21 बताया गया था.

उत्तर प्रदेश और तेलंगाना दोनों ने पहले सप्ताह वृद्धि के बाद आर वैल्यू में कमी देखी है.

वहीं जबकि यूपी का आर वैल्यू 22 जुलाई के आसपास 1.28 पर था, यह पिछले सप्ताह बढ़कर 1.33 हो गया था. इस सप्ताह, यह 1.27 तक कम हुआ है.


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तेलंगाना की आर वैल्यू 22 जुलाई के आसपास 0.9 था, हालांकि सिन्हां ने दिप्रिंट को बताया कि डेटा में उतार-चढ़ाव के कारण यह अनुमान मजबूत नहीं था. पिछले सप्ताह तेलंगाना का आर बढ़कर 1.18 हो गया परंतु इस सप्ताह यह घटकर 1.13 पर पहुंच गया.

पश्चिम बंगाल का आर वैल्यू, जो 22 जुलाई से 1.34 पर स्थिर रहा, अब घटकर 1.14 रह गया है.

गुजरात और महाराष्ट्र ने पिछले सप्ताह से आर वैल्यू में थोड़ी कमी दिखाई है. जबकि गुजरात का आर वैल्यू 1.09 से 1.08 तक कम हो गया, महाराष्ट्र का आर वैल्यू पिछले सप्ताह के 1.14 से इस सप्ताह घटाकर 1.12 तक घटा है.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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