मुंबई: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र में ‘आपरेशन लोटस’ नहीं हो रहा है क्योंकि महा विकास अघाड़ी सरकार अपने ही अंतर्विरोधों के कारण गिर जायेगी . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में यह बयान दिया .
फडणवीस ने दावा किया कि शाह के साथ उनकी मुलाकात ‘गैर राजनीतिक’ थी क्योंकि इसका मकसद प्रदेश के चीनी उद्योगों के लिये आर्थिक सहायता की मांग करना था .भाजपा नेता ने बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति से भी शाह को अवगत कराया है और इसके लिये प्रधानमंत्री से मुलाकात का वक्त मांगा है .
बैठक के बारे में फडणवीस ने कहा, ‘इस दौरान कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुयी . हम राज्य सरकार को अस्थिर करने के इच्छुक नहीं हैं….यह समय कोरोना वायरस से संघर्ष का है.’
उन्होंने बताया, ‘महाराष्ट्र में आपरेशन लोटस नहीं होगा…हमने पहले ही कहा है कि सरकार में अपने अंतर्विरोध हैं और हम देखेंगे कि यह कब गिरती है .’ महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता ने उन अटकलों को भी खारिज कर दिया कि उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में किसी भूमिका के बारे में जानकारी दी गयी है
यह पूछे जाने पर कि पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ नेता आपके साथ थे, इस पर उन्होंने कहा कि वे सब चीनी उद्योग से जुड़े हैं.
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भाजपा के कुछ विधायक कांग्रेस के संपर्क में
वहीं ऑररेशन लोटस से इतर, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एवं कांग्रेस की नेता यशोमती ठाकुर ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रदेश में भाजपा के 105 में से कुछ विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं और अगर उनके नाम सार्वजनिक कर दिये गये तो ‘भूकंप’ आ जायेगा .
भाजपा की ‘सत्ता की भूख’ और उनकी ‘गंदी राजनीति’ के लिये विपक्षी दल पर हमला बोलते हुये ठाकुर ने कहा कि महाराष्ट्र ने देश को एक नया सूत्र दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि शिव सेना की अगुवाई वाली महा विकास अघाडी सरकार स्थिर है .
ट्विटर पर एक वीडियो संदेश साझा करते हुये ठाकुर ने भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोला और कहा कि वह ऐसे लोगों से घिरे हैं जो बाहरी है .
वह उन नेताओं का हवाला दे रही थी जिन्होंने प्रदेश में पिछले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस एवं राकांपा छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया था .
ठाकुर ने कहा, ‘यह दर्शाता है कि वे कितने कमजोर हैं . भाजपा के 105 विधायकों में से कितने लोग दूसरे दलों से आये हैं ? क्या आप गारंटी लेते हैं कि वे सब हमेशा भाजपा के साथ रहेंगे ?’
वह आगे कहते हैं, ‘पार्टी के 105 विधायकों में से उन विधायकों के नाम का खुलासा हो जाये, जो कांग्रेस के संपर्क में हैं तो भूकंप आ जायेगा.’ कांग्रेस नेता ने भाजपा की आलोचना करते हुये कहा कि केंद्र में बहुमत की सरकार होने के बावजूद यह राज्यों में दूसरी पार्टी की सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है. प्रदेश की महिला एवं बाल कल्याण विभाग मंत्री ने कहा, ‘भाजपा की सत्तालोलुपता और गंदी राजनीति कर्नाटक, मध्य प्रदेश और अब राजस्थान में दिखी है .
उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र सरकार स्थिर है, राज्य ने देश को नया सूत्र दिया है और मुझे लगता है कि यह सफल होगा .
पिछले साल नवंबर में महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस एवं राकांपा ने मिल कर उद्धव ठाकरे की अगुवाई में सरकार का गठन किया था .