नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार जल्द ही होने जा रहा है. सीएम बनने के तीन माह बाद दिल्ली पहुंचे शिवराज सिंह ने रविवार रात को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से उनके घर पर मुलाकात की. सोमवार सुबह एक बार फिर शिवराज गृहमंत्री शाह से मिलने पहुंचे. इसके बाद वे ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के लिए उनके घर भी गए. इसी बीच शाम 4 बजे शिवराज पीएम नरेंद्र मोदी से उनके निवास सात लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात करेंगे.
दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार,भाजपा आलाकमान से मंजूरी मिलने के बाद 30 जून को मंत्रियों को शपथ दिलवाई जा सकती है. इससे पहले शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 29 दिनों के बाद अपनी कैबिनेट का विस्तार 21 अप्रैल को किया था. जिनमें पांच विधायकों को शामिल किया गया था. जिनमें नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल, मीना सिंह, तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह शामिल थे.
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रात 12.30 बजे तक अमित शाह के घर चली बैठक
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत रविवार शाम को दिल्ली पहुंचे. सभी नेता रात 8 बजे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के घर उनसे मिलने पहुंचे. इसके बाद सीएम चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री रात करीब 10 बजे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने पहुंचे.
रात करीब साढ़े दस बजे सीएम चौहान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने उनके घर पहुंचे. कुछ ही देर बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री भी शाह के घर पहुंचे. रात करीब 12.30 बजे तक सभी नेताओं के बीच चर्चा चलती रही. सोमवार सुबह 11 बजे फिर शाह से चर्चा के लिए पहुंचे. इसके बाद चौहान ने सिंधिया से भी मुलाकात की.
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आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का प्रभार
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार देने के बाद राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है.शिवराज सिंह चौहान ने 24 जून को ही राज्य में जल्द कैनिबेट विस्तार करने क संकेत भी दिए थे. राज्यपाल लालजी टंडन की स्वास्थ्य खराब होने के बाद यह विस्तार टाल दिया गया था. लेकिन राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को रविवार को जब मध्यप्रदेश का अतिरिक्ति प्रभार सौंपा उससे इस बात के कयास लगाए जा रहे है कि जल्द ही राज्य में नए मंत्रियों को शपथ दिलवाई जा सकती है.
गौरतलब है कि, मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. वहीं कोरोना और लॉकडाउन के चलते हुए पहले विस्तार में उन्होंने अपनी टीम में पांच मंत्रियों को शामिल किया था.इनमें से तीन भाजपा और दो सिंधिया खेमे से है.