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Friday, 22 November, 2024
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मध्यप्रदेश राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा से जावड़ेकर, बैजयंत पांंडा और कांग्रेस से वासनिक ने संभाली कमान

प्रदेश की तीन सीटों के लिए चार प्रत्याशी मैदान में है. भाजपा से सिंधिया,सुमेर​ सिंह सोलंकी उम्मीदवार है. वहीं कांग्रेस से दिग्विजय सिंह और दलित नेता फूलसिंह बरैया मैदान में उतरे है.

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नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में 19 जून को होने वाले तीन राज्यसभा सीटों के चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने पूरी तैयारी कर ली है. भाजपा अलाकमान ने राज्यसभा सीटों के चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और पार्टी महासचिव बैजयंत जय पांडा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. वहीं, कांग्रेस के महासचिव और प्रदेश के नए प्रभारी मुकुल वासनिक भी मध्यप्रदेश पहुंच गए है.

नाम न छापने के अनुरोध पर दिप्रिंट से बातचीत में वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘राज्यसभा चुनाव में होने वाले मतदान से पहले पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाने की तैयारी कर रही है. पार्टी इन चुनावों में कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती इसलिए विधायकों की बैठक कर, उन्हें हर हाल में मौजूद रहने के पाबंद करना चाहती है.’

मध्यप्रदेश के भाजपा प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने दिप्रिंट से कहा, ‘ये बहुत ही स्वाभाविक प्रक्रिया है कि चुनाव है, तो थोड़ी तैयारियां करनी ही होती है. केंद्रीय पर्यवेक्षक भी ​मध्यप्रदेश जा रहे है. राज्यसभा चुनाव में वोटिंग से पहले हम लोगों की विधायकों के साथ बैठकें भी होगी.’

मध्यप्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों होने वाले चुनाव के लिए भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रो सुमेर सिंह सोलंकी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. पार्टी के पास राज्यसभा की दोनों ही सीटों पर जीत हासिल करने के लिए पर्याप्त संख्या बल है. लेकिन पार्टी किसी भी तरह की चूक नहीं होने देना चाहती है. इसलिए वे विधायकों की बैठक पहले ही कर हिदायत देना चाहती है.


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हाल ही में पार्टी में हो रही खींचतान से चुनाव में किसी भी तरह की तोड़ फोड़ की संभावना को लेकर भाजपा सतर्क है. किसी भी तरह कोई गड़ब​ड़ नहीं हो इसलिए आधा दर्जन विधायकों और पदाधिकारियों की जिम्मेदार भी तय की गई है. वहीं भाजपा के विधायक भी राजधानी भोपाल पहुंच चुके है. भाजपा को अपने दोनों उम्मीदवारों की जीत के लिए आवश्यक 104 वोट मौजूद है. एक सीट पर जीत हासिल करने के लिए 52 वोटों की जरुरत है. इस हिसाब से कांग्रेस को तीसरी सीट मिलने की पूरी संभावना है.

गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले लोकसभा चुनाव में अपनी परंपरागत सीट गुना शिवपुरी से लोकसभा चुनाव हार गए थे. इसके बाद उन्होंने मार्च में कांग्रेस पार्टी से भी अलविदा कह दिया था. उनके पार्टी छोड़ने के बाद समर्थक 22 विधायकों ने भी कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन कर ली.

कांग्रेस का जिम्मा मुकुल वासनिक के पास

कांग्रेस महासचिव और प्रदेश के प्रभारी मुकुल वासनिक बुधवार को भोपाल पहुंच गए है. सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद वासनिक के पास कई चुनौतिया है. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के विधायकों के साथ बैठक भी की. वहीं उपचुनावों को लेकर हो रही तैयारियों का जायजा भी लिया.

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