नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को अरविंद केजरीवाल पर भ्रांति फैलाकर 2015 का विधानसभा चुनाव जीतने आरोप लगाया और दावा किया कि इस बार उनकी सभी कोशिशें विफल होंगी.
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ‘जीत की गूंज’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी वर्षों से दिल्ली के लोगों का अधिकार रोककर बैठी थीं. दिल्ली में कांग्रेस और आप सरकार की अनदेखी के कारण कई जगह झुग्गियां हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तय किया है कि जहां झुग्गी है वहां मकान होंगे. झुग्गी वालों के भी अच्छे दिन आने वाले हैं.
अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ‘भ्रांति फैलाकर ये एक बार चुनाव तो जीत गए. लेकिन पहले वाराणसी में हारे, फिर हरियाणा, पंजाब, गुजरात, दिल्ली एमसीडी में हारे. 2019 में लोकसभा चुनाव में भी केजरीवाल का सूपड़ा साफ हो गया.’ उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 13,750 बूथ थे, उसमें से 12,068 बथों में कमल का फूल खिला है. दिल्ली की जनता ने 88 प्रतिशत बूथों पर कमल के फूल को चुना है .
शाह ने केजरीवाल पर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा, ‘मैं कुछ भी बोलता हूं तो वो तुरंत ट्वीट कर देते हैं और आज कल वो दिल्ली की जनता का नाम कम लेते हैं और मेरा नाम ज्यादा लेते हैं.’
गृह मंत्री ने कहा, ‘मैंने भाषण में कहा कि वाई फाई ढूंढते-ढूंढते मोबाइल की बैटरी खत्म हो जाती है तो उन्होंने (केजरीवाल) कहा कि फ्री बिजली दी है, चार्ज करा लो. मैं तो मानता था कि शायद दे दी हो लेकिन कल एक जगह 88 मीटर रीडिंग का 300 रुपये का बिल लेकर एक बुजुर्ग खड़े थे, अब तो फ्री बिजली भी झूठी है.’
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने वादा किया था कि घरों में आरओ से बढ़िया पानी पाइप लाइन से देंगे. पाइप लाइन तो दूर की बात पानी ही ऐसा दिया कि 21 शहरों के सर्वे में सबसे गंदा पानी दिल्ली की जनता को दिया. आप पार्टी को इसका जवाब देना चाहिए दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को लेकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 2015 में 10वीं कक्षा के बच्चों का रिजल्ट 95.81 प्रतिशत था. 2019 में ये घटकर हो गया 71.58 प्रतिशत. आप ही बताइए शिक्षा व्यवस्था अच्छी हुई या बुरी.
शाह ने कहा कि केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों को सुधार देंगे, लेकिन ढाई लाख बच्चे सरकारी स्कूल छोड़कर निजी स्कूलों में चले गए. केजरीवाल ने कहा था कि शिक्षा में हम आमूल-चूल परिवर्तन ला देंगे, लेकिन इन्होंने परिवर्तन गिराने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण जानते हुए आयुष्मान भारत योजना शुरू की. इसके तहत गरीबों को 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त दिया जा रहा है. ये फायदा दिल्ली के गरीबों को नहीं मिल रहा, केजरीवाल ने इस योजना को दिल्ली में लागू नहीं किया.