नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय में मंगलवार को एक याचिका दाखिल की गई जिसमें हैदराबाद में दुष्कर्म और हत्या के मामले में मीडिया घरानों पर महिला पशु चिकित्सक की पहचान उजागर करने पर कानून के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया गया है.
याचिका पर सुनवाई बुधवार को होगी. मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ मामले की सुनवाई करेगी.
दिल्ली के वकील यशदीप चहल की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि याचिका का मकसद दुष्कर्म पीड़िता की पहचान उजागर करने के चलन पर लगाम लगाना है. यह भारतीय दंड संहिता की धारा के अलावा उच्चतम न्यायालय के पूर्व के कई फैसलों का उल्लंघन भी है.
अधिवक्ता चिराग मदान और साई कृष्ण कुमार की आरे से दाखिल याचिका में आरोप लगाया गया है कि राज्य पुलिस अधिकारियों ने और उनके साइबर सेल ने पीड़िता और आरोपियों की लगातार पहचान उजागर होने को रोकने के लिए कुछ नहीं किया.
गौरतलब है कि हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में सहायक पशु चिकित्सक के तौर पर काम करने वाली युवती का जला हुआ शव 28 नवंबर की सुबह शादनगर में एक पुलिया के नीचे से बरामद किया गया था. सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी.