पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का नौदीप कौर को जमानत देना शीर्ष न्यायपालिका की उस प्रवृत्ति को दिखाता है जो स्वतंत्रता के अधिकार को बरकरार रखती है. निचली अदालतों ने जेल को नियम और बेल को अपवाद बना दिया है. हाई कोर्ट ने व्यावहारिक तौर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन को अधिकार माना है लेकिन वैधानिकता की उस लकीर को भी खींचा है जिसमें जो कानूनी है उसका सम्मान करने की बात है.