नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को अपनी पार्टी के लिए चुनावी बिगुल फूंक दिया. इसके लिए उन्होंने अपना पहला रोड शो किया. ये रोड शो उन्होंने चांदनी चौक से अपने उम्मीदवार पंकज गुप्ता के लिए किया था. पहली रैली में उन्होंने चांदनी चौक के मौजूदा एमपी पर हमला करते हुए लाल बाग़ की जनता से पूछा कि क्या उनके सांसद हर्षवर्धन उनके बीच आते हैं जिसके जवाब में जनता की शक्ल में नज़र आ रहे उनके कैडर ने पुरज़ोर न में जवाब दिया.
केजरीवाल ने इलाक़े की जनता को 12 मई की तारीख याद दिलाते हुए अपील की कि आप इस दिन कहीं और न जाएं और मतदान करने ज़रूर पहुंचे. साथ ही उन्होंने लोगों से अपनी पार्टी के निशान झाड़ू पर बटन दबाने की अपील की. इलाक़े में प्रवासियों की संख्या खासी है और इन्हीं लोगों से केजरीवाल ने अपील की कि वो 12 तारीख को वोट डालने के बाद ही कहीं और जाएं.
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इस दौरान उन्होंने जनता को अपने द्वारा कराए गए कामों को गिनाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने स्कूल, सड़क और पानी की व्यवस्था ठीक कर दी. उन्होंने ये दावा भी किया कि इलाक़े की झुग्गियों के भीतर सीवर की लाइनें पड़ रही हैं और कहा कि ये काम भी जल्द पूरा हो जाएगा. फिर उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, ‘लेकिन केंद्र सरकार हमें काम नहीं करने दे रही है. मैं आपके स्कूल बनाना चाहता हूं, ये मुझे स्कूल बनाने से रोकते हैं. मैं आपके बच्चों के लिए अस्पताल बनाना चाहता हूं, ये मोदी जी मुझे अस्पताल बनाने से रोकते हैं. मैं आपके लिए सीसीटीवी कैमरे लगाना चाहता हूं, ये मुझे सीसीटीवी कैमरे लगाने से रोकते हैं.’ इन्हीं आरोपों के साथ दिल्ली के सीएम ने पीएम मोदी पर सिलसिलेवार हमले किए.
केजरीवाल ने जनता से उन्हें दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर जिताने की अपील करते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा के 2015 वाले चुनाव में उन्हें 67 में से 70 सीटें मिलीं जिसकी वजह से वो इतना काम करा पाए. लेकिन फिर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में उनकी बिलकुल नहीं चलती. फिर वो अपील करते हुए कहते हैं, ‘इस बारी सारी सीटें जिता दो लोकसभा की. हमारे आदमी संसद में जाएंगे और संसद से आपकी सारी फ़ाइलें पास करा के लाएंगे. हमारे सातों एमपी केंद्र सरकार में बैठेंगे तो मोदी की हिम्मत नहीं होगी आपकी कोई फ़ाइल रोकने की.’
दिल्ली के सीएम ने इस पहले रोड शो में पीएम मोदी पर हमले जारी रखते हुए कहा, ‘अभी हमारी दिल्ली में चलती है लेकिन केंद्र में नहीं और इसलिए आपकी सारी फ़ाइलें मोदी जी रोक देते हैं.’ रोड शो के इस भाषण में केजरीवाल अपने संदेश को आसान बनाते दिखे. वो लोगों को ये समझाना चाह रहे थे कि भले ही ये पीएम चुनने का चुनाव हो लेकिन अगर आप के सासंद जीतते हैं तो वो उनके लिए लोगों का काम कराना आसान हो जाएगा. देखने वाली बात होगी कि लोगों को ये बात कितनी समझ में आती है.
इस दौरान उन्होंने इलाक़े के लोगों से पूछा कि उन्हें उनके सांसद का नाम पता है और जवाब नहीं मिलने पर उत्तर पूर्वी दिल्ली के सासंद और दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी के नाम की चुटकी भी ली. फिर भीड़ से किसी ने हर्षवर्धन का नाम लिया जो कि इस इलाक़े के सांसद हैं. केजरीवाल ने उन पर इलाक़े में नहीं आने का भी आरोप लगाया और लोगों से पूछा कि क्या आप आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश त्रिपाठी इलाक़े में आते हैं और काम करवाते हैं या नहीं तो उनके कैडर ने हां में जवाब दिया. आस-पास खड़े आम लोग इन बातों पर ख़ासी प्रतिक्रिया देते नहीं दिखे.
इस दौरान केजरीवाल ने अखिलेश त्रिपाठी के नाम पर, पंकज गुप्ता ने नाम पर वोट मांगे. उन्होंने कहा, ‘अगर अखिलेश काम कराता है तो उसके नाम पर वोट दे देना.’ फिर उन्होंने पूछा कि केजरीवाल काम करवाता है या नहीं और अगर करवाता है तो उसके नाम पर वोट दे देना. वहीं, भाजपा के सासंद हर्षवर्धन पर एक बार फ़िर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘वो तो वोट मांगने भी नहीं आए. उन्हें आपके वोटों की नहीं पड़ी.’
वहीं, रोड शो तो आप का था लेकिन वे नारे कांग्रेस कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वाले लगवा रहे थे. आप के कैडर इस दौरान ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगा रहे थे जिससे साफ़ था कि भले ही कांग्रेस से गठबंधन न हुआ हो लेकिन आप का कांग्रेस प्रेम छूट नहीं रहा.
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आपको बता दें कि आम चुनाव के लिए आज से सड़कों पर उतरी आम आदमी पार्टी और उसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल अब सिलेसिलेवार रोड शो करने वाले हैं. वो रैलियां नहीं करेंगे क्योंकि पार्टी के आंतरिक सर्वे में पता चला है कि रैलियों की तुलना में रोड शोज़ ज़्यादा कारगर हैं.
आपको ये भी बता दें कि आप दिल्ली की सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती थी लेकिन आखिरी क्षण तक ये गठबंधन नहीं हो सका. बावजूद इसके केजरीवाल ने कांग्रेस पर कोई हमला नहीं बोला. संभव है कि इसकी वजह ये है कि लोकसभा चुनाव के बाद अच्छी सीटें मिलने की स्थिति में अगर यूपीए की सरकार बनने की संभावना होती है तो आप इसका हिस्सा बनना चाह रही होगी और पार्टी कांग्रेस पर सीधे हमले करके भविष्य की इस संभावना को समाप्त नहीं करना चाहती होगी.