scorecardresearch
Sunday, 28 April, 2024
होमविदेशविश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मैरीकॉम को ब्रांज मेडल, रिजीजू बोले- देश को तुमपर गर्व है

विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मैरीकॉम को ब्रांज मेडल, रिजीजू बोले- देश को तुमपर गर्व है

विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मैरी कॉम को 51 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल तुर्की की बुसेनांज कारिकोग्लू के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.

Text Size:

उलान उदे (रूस): भारत की एमसी मैरीकॉम को रूस के उलान उदे में चल रही विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 51 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल तुर्की की बुसेनांज कारिकोग्लू के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ ही छह बार की विश्व चैम्पियन मैरी को इस बार कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा. कारिकोग्लू ने भारतीय खिलाड़ी को 4-1 से शिकस्त दी.

भारत ने इस फैसले के खिलाफ अपील की, लेकिन उसे ठुकरा दिया गया. एआईबीए के निर्देशों के अनुसार, एक खिलाड़ी तभी अपील कर सकता है जब वह 2:3 या 1:3 के अंतर से मैच हारा हो. मैरी 1:4 से मुकाबला हारी थी इसलिए तकनीकी समिति ने उनके पीले कार्ड को स्वीकार नहीं किया.

मैच के बाद मैरी ने केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू और प्रधानमंत्री नेंरद्र मोदी को टैग करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘ कैसे और क्यों. दुनिया को पता चलने दीजिए कि यह निर्णय कितना सही और गलत है.’

इस पर खेल मंत्री किरन रिजीजू ने मैरी के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैरी तुमने जो भी बॉक्सिंग में प्राप्त किया है वह हर एथलीट का सपना होता है. तुमने तो प्राप्त किया है वह किसी भी बॉक्सर ने अभी तक प्राप्त नहीं किया है. तुमने 8 विश्व बॉक्सिंग चैपियनशिप मेडल जीता है जो किसी भी एथलीट का सपना होता है. सेमीफाइनल में हारना वह भी स्पिल्ट प्वाइंट के साथ यह इसका हार से कोई मतलब नहीं है लेकिन हां तुमने एकबार फिर भारत के लिए पदक जीता है. पूरा राष्ट्र तुमपर गर्व करता है.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

कारिकोग्लू के खिलाफ भारतीय खिलाड़ी ने संभलकर शुरुआत की. पहले राउंड में मैरी ने अपनी प्रतिद्वंद्वी के मूव को परखा और अपना पूरा समय लिया. मैरी ज्यादा आक्रामक नहीं हुई और कारिकोग्लू के जैब को भी आसानी से डौज किया.

मैरी ने दूसरे बाउट में यूरोपीयन चैम्पियन के खिलाफ शुरू से ही अटैकिंग रुख अपनाया. उन्होंने कई जैब और हुक लगाए. भारतीय खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी को कई बार रिंग के पास ले जाने में कामयाब हुई.हालांकि, दोनों खिलाड़ियों को ज्यादा सफलता नहीं मिली और मुकाबला कांटे का रहा.

कारिकोग्लू के लिए तीसरे राउंड की शुरुआत बेहतरीन रही. उन्होंने दमदार जैब और हुक लगाते हुए कई महत्वपूर्ण अंक हासिल किए. तुर्की की खिलाड़ी आक्रामक नजर आई और मैरी को परेशानी हुई. बाउट खत्म होने के बाद पांच जजों ने कारिकोग्लू के पक्ष में 28-29, 30-27, 29-28, 29-28, 30-27 से फैसला सुनाया.

मैरी 48 किलोग्राम भारवर्ग में छह बार विश्व चैम्पियन रह चुकी हैं और 51 किलोग्राम भारवर्ग में यह विश्व चैम्पियनशिप में उनका पहला पदक है.

इस हार से पहले उन्होंने केवल एक बार इस प्रतियोगिता में स्वर्ण के अलावा कोई और पदक जीता है. 2001 में टूर्नामेंट के फाइनल में उन्हें हार झेलनी पड़ी थी.

(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)

share & View comments