बर्लिन: विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने चेतावनी दी है कि अमीर देशों में धड़ल्ले से बूस्टर खुराक लगाये जाने से कोविड-19 महामारी के लंबे समय तक रहने की संभावना बनेगी. साथ ही, कहा कि कोई भी देश इस तरीके से महामारी की गिरफ्त से बाहर नहीं निकल पाएगा.
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक द्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने बुधवार को कहा कि इस साल टीके ने कई लोगों की जान बचाई है लेकिन उनके असमान वितरण ने कई लोगों की जान ले भी ली.
द्रोस ने इससे पहले स्वस्थ वयस्कों को इस साल के अंत तक बूस्टर खुराक देने पर रोक लगाने की अपील की थी ताकि असमान वैश्विक टीका वितरण से निपटा जा सके.
उन्होंने कहा कि अभी प्रतिदिन लगाई जा रही टीके की 20 प्रतिशत खुराक बूस्टर हैं. उन्होंने कहा कि अमीर देशों में धड़ल्ले से बूस्टर खुराक लगाये जाने से कोविड-19 महामारी लंबे समय तक रहने की संभावना बनेगी, ना कि यह खत्म होगी. उन्होंने कहा कि अधिक टीकाकरण कवरेज वाले देशों को टीके की आपूर्ति बढ़ाने से वायरस को फैलने और अपना स्वरूप बदलने का कहीं अधिक अवसर मिलेगा.
टेड्रोस ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्पतालों में भर्ती या मरने वाले लोगों के एक बड़े हिस्से को टीका नहीं लगा है.
यह भी पढ़ेंः कोरोनावायरस के ‘ओमीक्रॉन’ वैरिएंट को लेकर बढ़ती चिंता के बीच रुपये में भारी अस्थिरता