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Sunday, 6 October, 2024
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पाकिस्तान से निष्कासित लोगों में सेना के लिए कार्य कर रहे दो अधिकारी भी

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(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 19 मार्च (भाषा)पाकिस्तान ने मंगलवार को खुलासा किया कि अवैध अप्रवासियों के खिलाफ जारी अभियान के तहत देश से निकाले गए लोगों में सेना में कार्यरत दो अधिकारी स्तर के अफगान नागरिक भी शामिल हैं।

यह खुलासा ऐसे समय किया गया है जब पाकिस्तान की वायु सेना ने सीमावर्ती क्षेत्रों में छिपे सशस्त्र समूहों पर रातभर हवाई कार्रवाई की जिसमें आठ महिलाओं और बच्चों की मौत हो गई है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ गया है।

पाकिस्तान में हाल में कई आतंकवादी हमले हुए हैं और उसने खुले तौर पर कहा है कि उसे अफगान तालिबान से अलग हुए समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की संलिप्तता का संदेह है। देश ने बार-बार अफगान सरकार से टीटीपी और उसके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

दूसरी ओर पाकिस्तान ने गत 31 अक्टूबर से देश में अवैध रूप से बसे अफगान लोगों को निर्वासित करने का अभियान शुरू किया है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि सरकार के स्तर पर अफगानिस्तान से और घुसपैठ नहीं हुई है। हालांकि, समय-समय पर आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ के प्रयास होते रहते हैं।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक रक्षामंत्री ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा भौगोलिक बनावट की वजह से खुली हुई है जिसकी वजह से घुसपैठिए आसानी से पाकिस्तान में प्रवेश कर सकते हैं , कानूनी दस्तावेज प्राप्त कर सकते हैं और यहां तक कि सशस्त्र बलों में भर्ती हो सकते हैं।

आसिफ ने कहा,‘‘रक्षामंत्री के रूप में, मैंने दो या तीन फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें अफगान रंगरूटों को निष्कासित किया गया। उनमें से एक कैप्टन और एक लेफ्टिनेंट था।’’

अफगानिस्तान में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े आतंकवादियों का जिक्र करते हुए आसिफ ने कहा कि संगठन के अधिकतर सदस्य अफगानिस्तान में रहते हैं, जबकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई)सरकार के दौरान 3,000-4,000 आतंकवादियों को ‘पुनर्वास’ के लिए पाकिस्तान लाया गया था।

एक अनुमान के मुताबिक 17 लाख अफगान पाकिस्तान में रहते हैं जिनमें से 14 लाख लोगों को शरणार्थी का दर्जा प्राप्त है। पाकिस्तान के अधिकारियों ने अफगानों के खिलाफ देशव्यापी कार्रवाई की घोषणा करते हुए कहा कि उचित दस्तावेजों के बिना रह रहे व्यक्ति को 31 अक्टूबर तक देश छोड़ना होगा नहीं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

भाषा धीरज नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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