(आंद्रेई लक्स, एडिथ कोवान विश्वविद्यालय और केविन ब्रायन लोव, सिडनी विश्वविद्यालय)
सिडनी, 25 फरवरी (द कन्वरसेशन) तानाशाही बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यहां तक कि गैर-निर्वाचित उद्यमी एलन मस्क भी ‘‘राजाओं’’ की तरह हुक्म चला रहे हैं।
कुछ लोग इन नेताओं को ‘‘प्रामाणिक’’ कह सकते हैं क्योंकि वे वही कहते हैं और अक्सर वही करते हैं जो वे मानते हैं। लेकिन यह पूरी कहानी नहीं है।
ऐसे एकतरफा फैसले बहुत विभाजनकारी होते हैं और अक्सर इनका विरोध किया जाता है। अमेरिका में संघीय अदालत ने नुकसान को रोकने के लिए कार्यस्थल पर विविधता, समानता और समावेशन कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने संबंधी ट्रंप के कार्यकारी आदेश पर रोक लगा दी थी।
शोधकर्ताओं का मानना था कि प्रामाणिकता स्वाभाविक रूप से अच्छी और नैतिक होती है। लेकिन जैसे-जैसे प्रामाणिक नेतृत्व अनुसंधान मजबूत प्रयोगात्मक तरीकों के साथ अधिक परिष्कृत होता जा रहा है, इस शक्तिशाली दृष्टिकोण के बारे में हम जो जानते हैं वह तेजी से बदल रहा है।
प्रामाणिक नेतृत्व की पुन: परिभाषा
हमने 20 वर्षों के शोध के बाद, प्रामाणिक नेतृत्व को नेतृत्व ‘‘संकेत’’ भेजने की प्रक्रिया के रूप में फिर से परिभाषित किया है। नेता जो कहते हैं और करते हैं, उससे उनके मूल्यों के बारे में शक्तिशाली संदेश मिलता है।
डिजिटल युग में जहां हर ट्वीट और सार्वजनिक कार्य की जांच की जाती है, वहां कर्मचारियों और मतदाताओं के लिए इन संकेतों को समझना महत्वपूर्ण है। आज की अस्थिर दुनिया में नेतृत्व करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के लिए प्रामाणिक नेतृत्व व्यक्त करने के इस नए तरीके को अपनाना बहुत महत्वपूर्ण है।
हमारे नवीनतम लेख में, हमने देखा कि प्रामाणिक नेतृत्व में क्या शामिल है और संकेत देना इतना महत्वपूर्ण क्यों है ?
नेता जो कुछ भी करते हैं या कहते हैं – वे कैसे व्यवहार करते हैं, खुद को कैसे व्यक्त करते हैं, कैसे दिखते हैं और कैसे संवाद करते हैं – इन बातों पर गौर करने वाले सभी लोगों को संदेश भेजा जाता है। ये संदेश ‘‘संकेत’’ हैं।
नेता अपने समर्थकों को ऐसे संकेत भेजकर प्रभावित करते हैं जो विशिष्ट विचारों या भावनाओं को प्रेरित करते हैं। लेकिन जीवन जटिल है और व्यक्तिगत प्रामाणिकता और नेतृत्व की भूमिकाओं की मांगों के बीच अंतर्निहित विरोधाभासों से भरा है।
मस्क और ट्रंप जैसे व्यक्तित्व दिखाते हैं कि नेतृत्व के संकेतों का कैसे ध्रुवीकरण किया जा सकता है। पिछले सप्ताह ही मस्क ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) का इस्तेमाल करके यूक्रेन में चुनाव कराने का आह्वान किया था।
यहां रोजमर्रा की बातचीत में प्रामाणिक नेतृत्व संकेतों को पहचानने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि ऐसे नेताओं के उदाहरण ढूंढ़ना आसान है जो इसके बिल्कुल विपरीत संकेत प्रदर्शित करते हैं।
1. आत्म-जागरूकता
नेता नियमित रूप से ईमानदार प्रतिक्रिया प्राप्त करके और अपनी ताकत और कमजोरियों पर विचार करके आत्म-जागरूकता का संकेत देते हैं। वे खुले तौर पर अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं और अपनी सीख साझा करते हैं। वे व्यक्तिगत विकास और निरंतर सुधार को महत्व देते हैं।
इसके बजाय, ट्रंप बार-बार अपनी गलतियों को अनदेखा करते हैं, भले ही वे उजागर हो जाएं। उनका हालिया दावा जो खारिज किया जा चुका है, वह यह है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की लोकप्रियता चार प्रतिशत है, जबकि उनकी वास्तविक स्वीकृति 60 प्रतिशत के करीब है।
2. आंतरिक नैतिक दृष्टिकोण
नेता निर्णय लेकर आंतरिक नैतिक दृष्टिकोण का संकेत देते हैं – भले ही वे अलोकप्रिय हों – जो मूल नैतिक मूल्यों पर दृढ़ता से आधारित होते हैं। इन मूल्यों को कायम रखना और नैतिकता पर खुली चर्चा को प्रोत्साहित करना नेतृत्व के लिए एक सैद्धांतिक दृष्टिकोण है।
3. संतुलित प्रक्रिया
नेता विभिन्न दृष्टिकोणों को जानने तथा निर्णय लेने से पहले सभी विकल्पों पर विचार करके संतुलित प्रक्रिया का संकेत देते हैं। किसी भी पूर्वाग्रह को स्वीकार करना तथा टीम मंथन या सर्वेक्षण का उपयोग करना, निष्पक्ष और सूचित निर्णय लेने को सुनिश्चित करता है।
इसके बजाय, जनवरी में पदभार ग्रहण करने के बाद से ट्रंप ने 50 से अधिक कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें से कुछ गैरकानूनी हैं, यह व्यक्तिगत पूर्वाग्रह और एकतरफा निर्णय लेने का खुला प्रदर्शन हैं।
4. संबंधपरक पारदर्शिता
नेता अपनी टीमों के साथ उचित व्यक्तिगत अनुभव और कमजोरियों को साझा करके संबंधपरक पारदर्शिता का संकेत देते हैं। सीमाओं के बारे में ईमानदार होना और खुली बातचीत को आमंत्रित करना वास्तविक और निरंतर संचार के माध्यम से विश्वास का निर्माण करता है।
(द कन्वरसेशन)
देवेंद्र मनीषा
मनीषा
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