अंकारा: तुर्की के मौजूदा राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने देश में दूसरे दौर के राष्ट्रपति चुनाव में रविवार को अपनी जीत का दावा किया.
चुनाव के बाद अपनी पहली टिप्पणी में अर्दोआन ने इंस्ताबुल में अपने घर के बाहर प्रचार बस पर समर्थकों से बातचीत की.
उन्होंने कहा, “मैं आगामी पांच वर्षों के लिए एक बार फिर से इस देश पर शासन करने की जिम्मेदारी सौंपने के वास्ते अपने राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य का शुक्रिया अदा करता हूं.”
अर्दोआन ने अपने प्रतिद्वंद्वी कमाल कलचदारलू का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, “बाय बाय बाय, कमाल.”
उन्होंने कहा, “आज सिर्फ तुर्की विजेता है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अर्दोआन को बधाई दी है.
पीएम ने ट्वीट किया, ‘‘तुर्की के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई हो! मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में हमारे द्विपक्षीय संबंध और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग निरंतर बढ़ता रहेगा.’’
तुर्की में कई समाचार एजेंसियों द्वारा जारी दूसरे दौर के राष्ट्रपति चुनाव से जुड़े शुरुआती और अनाधिकारिक परिणामों से पता चलता है कि 98 फीसदी मतपत्रों की गिनती हो चुकी है और मौजूदा राष्ट्रपति अर्दोआन कुछ मतों के अंतर से निकटवर्ती प्रतिद्वंद्वी कमाल से आगे हैं.
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी ‘अनादोलू’ ने दिखाया कि एर्दोआन को 52.1 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि कमाल को 47.9 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं.
इस बीच, विपक्ष की करीबी ‘एनएनकेए’ समाचार एजेंसी ने कहा कि कमाल को 48.1 फीसदी वोट हासिल हुए हैं, जबकि अर्दोआन को 51.9 प्रतिशत वोट मिले हैं.
इस्तांबुल में अर्दोआन के समर्थकों ने अंतिम परिणाम घोषित होने से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया है. वे तुर्की या सत्तारूढ़ दल के झंडे लहरा रहे हैं और कारों के हॉर्न बजा रहे हैं.
समाचार एजेंसियां अपने कर्मियों के जरिए आंकड़े जुटा रही हैं. तुर्की का चुनावी बोर्ड मतगणना के दौरान राजनीतिक दलों को अपना डेटा भेजता है, लेकिन कुछ दिनों बाद तक आधिकारिक परिणाम घोषित नहीं करता है.
चुनाव परिणाम का असर अंकारा से बाहर भी दिखेगा, क्योंकि तुर्की यूरोप और एशिया के बीच स्थित है और यह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य है.
इस बार के चुनावी नतीजे तय करेंगे कि लंबे समय से देश की सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति अर्दोआन का निरंकुश शासन जारी रहेगा या फिर अधिक लोकतांत्रिक समाज बहाल करने का वादा करने वाले उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी कमाल सत्ता पर काबिज होंगे.
देश में 14 मई को हुए पहले दौर के चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को सरकार गठन के लिए ज़रूरी बहुमत नहीं मिल पाया था.
दूसरे दौर के चुनाव के लिए मतदान रविवार सुबह आठ बजे शुरू हुआ. तुर्की में ‘एक्जिट पोल’ (चुनाव बाद सर्वेक्षण) नहीं होते, लेकिन शाम पांच बजे मतदान संपन्न होने के कुछ ही घंटों के अंदर शुरुआती नतीजे सामने आने की उम्मीद की जा रही थी.
इस चुनाव में छह करोड़ 40 लाख से अधिक मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए पात्र थे. इस्तांबुल में वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में राष्ट्रपति अर्दोआन ने कहा कि यह तुर्की के इतिहास में पहला राष्ट्रपति चुनाव है, जिसमें दूसरे दौर का मतदान हुआ है.
74-वर्षीय पूर्व नौकरशाह कमाल ने दूसरे दौर के मतदान को देश के भविष्य के लिहाज से एक जनमतसंग्रह के रूप में वर्णित किया.
अर्दोआन पिछले 20 साल से तुर्की की सत्ता पर काबिज हैं. पहले दौर के मतदान में जीत के लिए आवश्यक बहुमत से कुछ अंतर से चूक गए थे. पहले चरण में अर्दोआन अपने प्रतिद्वंद्वी कमाल से चार प्रतिशत अंकों से आगे रहे थे.
कमाल छह दलों के गठबंधन और मध्यमार्गी-वामपंथी मुख्य विपक्षी दल के उम्मीदवार हैं.
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