काबुल: इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेडक्रॉस के क्षेत्रीय निदेशक एलेक्जेंडर मैथ्यू ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि अफगानिस्तान में मजदूरी और सेवाओं, खासकर स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए धन की भुगतान बहाली नहीं हो पाती है तो देश में गंभीर वित्तीय संकट के चलते आगामी सर्दियों में एक ‘बड़ा मानवीय संकट’ उत्पन्न हो जाएगा.
मैथ्यू ने कहा कि अफगानिस्तान में सूखा और गरीबी की वजह से खाने-पीने की चीजों की कमी के चलते सर्दियों का मौसम एक बड़ी परेशानी बनने जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में कटौती से अनेक अफगान लोगों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए बड़ा जोखिम पैदा हो सकता है.
यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब काबुल में समान शिक्षा अधिकारों की मांग को लेकर महिलाओं के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन को दबाने के लिए तालिबान ने गोलीबारी कर दी. महिला प्रदर्शनकारियों के हाथों में लगे पोस्टर देश की स्थिति बताने के लिए काफी थे जिन पर लिखा था, ‘हमारी किताबें मत जलाओ.’
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेडक्रॉस और रेडक्रॉस क्रीसेंट सोसाइटी ने अफगानिस्तान के 16 प्रांतों में स्वास्थ्य केंद्रों, आपात राहत और अन्य सेवाओं के संचालन को जारी रखने के लिए तीन करोड़ 80 लाख डॉलर की मदद दिए जाने की अपील की है.
मैथ्यू ने काबुल में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अफगानिस्तान में वित्तीय समस्या का समाधान करने के लिए कुछ किए जाने की जरूरत है, ताकि लोगों को कम से कम वेतन तो मिल पाए और उनके लिए आवश्यक चीजों की आपूर्ति, बिजली-पानी उपलब्ध हो सके.’
विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अगस्त के महीने में अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद देश को मिलने वाली मदद पर रोक लगा दी है, जबकि अमेरिका ने अफगान सेंट्रल बैंक की ओर से अमेरिकी खातों में जमा अरबों डॉलर की राशि फ्रीज कर दी है.