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Wednesday, 20 November, 2024
होमविदेशआतंकी मास्टरमाइंड हाफिज़ सईद ने किया नई राजनीतिक पार्टी का समर्थन, बेटा लड़ेगा पाकिस्तान में आम चुनाव

आतंकी मास्टरमाइंड हाफिज़ सईद ने किया नई राजनीतिक पार्टी का समर्थन, बेटा लड़ेगा पाकिस्तान में आम चुनाव

तल्हा सईद एनए-127-लाहौर निर्वाचन क्षेत्र से पीएमएमएल उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेगा. भारत के केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, वो पीओके में भारत के खिलाफ गतिविधियों में भी शामिल रहा है.

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नई दिल्ली: 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज़ मुहम्मद सईद पड़ोसी देश में 8 फरवरी 2024 को होने वाले आम चुनावों में एक नई राजनीतिक पार्टी, पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) का समर्थन कर रहा है.

“पाकिस्तान को एक इस्लामिक कल्याणकारी देश बनाने के उद्देश्य” के साथ, हाफ़िज़ सईद का बेटा तल्हा सईद पीएमएमएल के चुनाव चिन्ह — कुर्सी — के तहत चुनाव लड़ रहा है.

आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के फ्रंट संगठन जमात-उद-दावा का प्रमुख हाफिज़ सईद संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी है और 2008 के मुंबई हमले सहित भारत में कई हमलों का मास्टरमाइंड है.

2018 में जमात-उद-दावा के तत्कालीन राजनीतिक चेहरे मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) ने उस साल हुए आम चुनावों में शामिल होने की कोशिश की थी. हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने उसे रजिस्ट्रेशन से रोक दिया था.

द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के चुनावों के लिए पीएमएमएल का गठन जमात-उद-दावा के राजनीतिक मोर्चे के रूप में किया गया है.

यूट्यूब पर एक वीडियो मैसेज में पीएमएमएल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने घोषणा की कि पार्टी देश भर में अधिकांश राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, तल्हा एनए-127-लाहौर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेगा, जबकि सिंधु एनए-130 लाहौर में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का सामना करेंगी.

अपने पिता की तरह तल्हा भी भारत के खिलाफ गतिविधियों में शामिल रहा है. पिछले साल अप्रैल में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में लश्कर के एक सीनियर लीडर के रूप में तल्हा की स्थिति के बारे में बताया था. गृह मंत्रालय ने उसे गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत आतंकवादी नामित किया है.

अधिसूचना में कहा गया है कि सीनियर लश्कर-ए-तैयबा नेता “भारत में लश्कर और अफगानिस्तान में भारतीय हितों के लिए भर्ती, धन संग्रह और हमलों की योजना बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने में सक्रिय रूप से शामिल रहा है”.

2018 में अमेरिकी विदेश विभाग ने मुंबई आतंकी हमलों में हाफिज़ सईद की संलिप्तता के लिए एमएमएल पर प्रतिबंध भी लगाया था.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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