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Tuesday, 17 December, 2024
होमविदेशसर्वे में खुलासा, यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस के पक्ष में ट्वीट करने में भारत रहा अव्वल

सर्वे में खुलासा, यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस के पक्ष में ट्वीट करने में भारत रहा अव्वल

अशोका यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एनालिसिस ऑफ नेटवर्क डेटा एंड इनसाइट डेरीवेशन द्वारा किए गए अध्ययन में फरवरी, जब युद्ध शुरू हुआ, और मई के बीच रूस समर्थक और यूक्रेन समर्थक ट्वीट्स की पड़ताल की गई है.

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बेंगलुरू: यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की ख़बरें दुनिया भर में सुर्खियों में रही हैं और ट्विटर के रुझान इससे अलग नहीं हैं. अब, इस विषय पर किए गए ट्वीट्स के देश-वार विश्लेषण करने से पता चला है कि फरवरी में यह युद्ध शुरू होने से लेकर मई तक भारत स्थित ट्विटर हैंडल्स रूस-समर्थक ट्वीट्स के लिए नंबर एक स्रोत थे.

अशोका यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एनालिसिस ऑफ नेटवर्क डेटा एंड इनसाइट डेरीवेशन (कैंडिड) द्वारा किए गए शोध से यह भी पता चलता है कि भारत-स्थिर ट्विटर यूजर्स द्वारा रूस समर्थक ट्वीट्स में गिरावट के साथ ही रूस समर्थक ट्वीट्स की कुल संख्या में भी गिरावट आई.

दिप्रिंट के साथ साझा किए गए शोध दस्तावेज़ के अनुसार, ‘यह ट्रेंड इस बात का सुझाव देता है कि भारत-स्थित ट्विटर यूजर्स के बीच एक रूसी समर्थक नैरेटिव का प्रचार करने के लिए एक समन्वित प्रयास मौजूद हो सकता है.’

शोध से पता चलता है कि, ‘1 मार्च से 7 मार्च के दौरान भारत से किए गए रूस समर्थक ट्वीट्स की औसत संख्या इसके बाद के हफ्तों, जब यह प्रवृत्ति कम पड़ गई थी, के दौरान दैनिक औसत ट्वीटिंग गतिविधि का लगभग 35 गुना थी.’ शोध में यह भी कहा गया है कि को-ऑर्डिनेटेड बॉट ऐक्टिविटी के साथ वायरल हो रहे ट्वीट्स इस बात के सबसे स्वीकार्य स्पष्टीकरण की तरह लगता है.

24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण किये जाने के बाद से छिड़े तीन महीनों के संघर्ष के परिणामस्वरूप कम से कम 8,000 लोग मारे गये हैं. रूसी सैन्य बल अब अपने ‘विशेष सैन्य अभियान’ के तीसरे चरण को अंजाम दे रहे हैं, जिसके तहत उनका सारा ध्यान डोनबास क्षेत्र पर केंद्रित है.

कैंडिड द्वारा किए गए शोध में दुनिया भर के ट्विटर यूजर्स द्वारा 24 फरवरी से 6 मई के बीच पोस्ट किए गए 6,88,107 ट्वीट देखे गए. इन ट्वीट्स को दो श्रेणियों में बांटा गया था – प्रो-रूस (रूस समर्थक) या प्रो-यूक्रेन (यूक्रेन समर्थक).

उदाहरण के लिए, #IStandWithrussia, #IStandWithPutin, #Glorytorussia जैसे हैशटैग वाले ट्वीट को रूस समर्थक माना गया, जबकि #IStandwithUkraine, #Stoprussia, और #IStandWithZelensky जैसे हैशटैग वाले ट्वीट को यूक्रेन समर्थक समझा गया .

शोधकर्ताओं द्वारा खंगाले गए छह लाख से अधिक ट्वीट्स में से 5,99,840 ट्वीट यूक्रेन समर्थक थे, जबकि 88,267 रूस समर्थक थे.


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घट रही है रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्वीट्स की संख्या

यह पता लगाने के लिए कि ट्वीट किस देश से किये गए थे, शोधकर्ताओं ने उन ट्विटर यूजर्स का स्थान-आधारित विश्लेषण किया, जिन्होंने अपने आईपी एड्रेस्सेस इनेबल किये थे. 71,424 ट्वीट्स के इस सबसेट (उप-समुच्चय) में से एक बड़ा हिस्सा (68,905) यूक्रेन समर्थक था, जबकि 2,519 रूस समर्थक थे.

शोधकर्ताओं ने यह भी नोट किया कि भले ही भारत-स्थित हैंडलों में रूस समर्थक ट्वीट्स की संख्या सबसे अधिक थी, लेकिन यूक्रेन समर्थक ट्वीट पोस्ट करने वाले भारत-स्थित हैंडल की संख्या इससे भी काफी अधिक थी.

यूक्रेन समर्थक ट्वीट के 20.2 प्रतिशत स्रोत अमेरिका के ट्विटर यूजर्स थे. इसके बाद यूक्रेन में 14 प्रतिशत, यूके में 7.8 प्रतिशत, जर्मनी में 6.7 प्रतिशत, इटली में 5.4 प्रतिशत और 5 प्रतिशत ट्विटर यूजर्स के साथ भारत का स्थान है.

इस बीच, भारत के ट्विटर यूजर्स को 23.8 प्रतिशत रूस समर्थक ट्वीट्स का स्रोत पाया गया. इसके बाद अमेरिका से 13.5 प्रतिशत और नीदरलैंड से 12.5 प्रतिशत ट्वीट किए गए.

शोधकर्ताओं ने पाया की, ‘1 मार्च से 7 मार्च के बीच भारत से किए गए रूस समर्थक ट्वीट्स की औसत संख्या प्रति दिन 84.8 है. तब से, भारत से होने वाले रूस समर्थक ट्वीट्स की संख्या घाट गई है और 7 मार्च से 6 मई के बीच प्रति दिन 0.85 पर रूस समर्थक ट्वीट्स की औसत संख्या रही हैं.’

उदाहरण के लिए, भारत-स्थित आईपी एड्रेस वाले निम्नलिखित ट्विटर एकाउंट्स का उपयोग 2 मार्च को 24 घंटों के भीतर रूस समर्थक सामग्री पोस्ट करने के लिए किया गया था, जो या तो एक ही तस्वीर या एक जैसे शब्दों या फिर दोनों का उपयोग करते हुए किये गए थे.

 

भारत से होने वाले रूस-समर्थक ट्वीट्स में गिरावट के अलावा, यह शोध कुल रूस-समर्थक ट्वीट्स में भी इसी तरह की गिरावट दिखाता है, जैसा कि निम्नलिखित ग्राफ द्वारा दर्शाया गया है.

Courtesy: CANDID, ASHOKA UNIVERSITY
Courtesy: CANDID, अशोका यूनिवर्सिटी

कैंडिड द्वारा किए गए शोध में कहा गया है, ‘यूक्रेन समर्थक हों या रूस समर्थक हैशटैग वाले, दोनों तरह के ट्वीट घट रहे हैं, जिससे पता चलता है कि इस मामले में यूजर्स की रुचि कम हो रही है. यह ऐसे समय में है जब यूक्रेन में विवादित क्षेत्रों पर रूसी बमबारी ‘तेज’ हो रही है.

यूक्रेन युद्ध पर सबसे अधिक ट्वीट करने वाले भारतस्थित हैंडल

इस अध्ययन में पांच एकाउंट्स की पहचान रूस-यूक्रेन पर सबसे अधिक बार ट्वीट करने वालों के रूप में की गई है. इसमें समाचार पोर्टल ‘वर्ल्ड इज़ वन न्यूज़ (WION)’ के राजनयिक और रक्षा संवाददाता का अकाउंट भी शामिल है, जिनका सत्यापित अकाउंट दुनिया भर के नवीनतम घटनाक्रम का स्रोत है. उन्होंने रूसी आक्रमण पर 523 ट्वीट किए.

अन्य चार हैंडल्स में @BiktamJSBarman (2,562 ट्वीट्स), @p_jaikumar (489 ट्वीट्स), @Debasis344 (473 ट्वीट्स) और @profnnegi (316 ट्वीट्स) शामिल हैं.

@BiktamJSBarman को सितंबर 2020 में बनाया गया था और इसके 11,700 ट्वीट्स हैं. इस ट्विटर हैंडल के विवरण में लिखा है: ‘स्टूडेंट *व्यूज़ पर्सनल*’

साल 2011 में बनाये गए @P_jaikumar से 2,38,800 ट्वीट किये गए हैं. इस ट्विटर हैंडल पर ‘ऊर्जा एवं  बिजली विभाग से कार्यकारी अभियंता के रूप में सेवानिवृत्त’ का विवरण दिया गया है.

@Debasis344 हैंडल वाले यूजर्स की पहचान एक रचनाकार, राजनीतिक विश्लेषक, सोशल मीडिया कार्यकर्ता एवं  छात्र के रूप में की गई है और इसमें 5,634 ट्वीट हैं.

@Profnnegi, जिनके अकाउंट का कोई ट्विटर बायो नहीं है, के 1,105 ट्वीट हैं.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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