कोलंबो: श्रीलंका की सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार सजीत प्रेमदास ने देश में राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली. हार स्वीकारते हुए उन्होंने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व रक्षा सचिव गोटबाया राजपक्षे को बधाई दी.
प्रेमदास ने कहा, ‘लोगों के निर्णय का सम्मान करना और श्रीलंका के सातवें राष्ट्रपति के तौर पर चुने जाने के लिए गोटबाया राजपक्षे को बधाई देना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.’
प्रेमदास के बयान से पूर्व राजपक्षे के प्रवक्ता ने चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा से पहले दावा किया कि 70 साल के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल ने शनिवार को हुए चुनाव में जीत दर्ज की.
राजपक्षे को शुरुआती बढ़त
श्रीलंका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रविवार को जारी मतगणना में मुख्य विपक्षी उम्मीदवार गोटबाया राजपक्षे आगे चल रहे हैं. उन्हें सिंहली बहुल क्षेत्रों में बड़ा जनसमर्थन हासिल हुआ है. रविवार की अहले सुबह चार बजकर 30 मिनट पर आए परिणामों के अनुसार पूर्व रक्षा सचिव गोटाबाया राजपक्षे ने नौ जिले के डाक मतों की गिनती में जीत हासिल की है. वहीं सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार सजीत प्रेमदास को तीन जिलों में डाक मतों में जीत हासिल हुई.
कोलंबो गैजेट की ख़बर के मुताबिक, श्रीलंका पोडुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के उम्मीदवार 70 साल के राजपक्षे अब तक के परिणाम में आगे चल रहे हैं. वहीं न्यू डेमोक्रेटिक फ्रंट प्रेजिडेंशियल के उम्मीदवार प्रेमदास को तमिल बहुल उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में ज्यादा वोट मिले हैं. सिंहली बहुल दक्षिणी इलाके में राजपक्षे आगे चल रहे हैं. अब तक घोषित परिणाम के अनुसार देश के दक्षिण में स्थित एक मात्र मतदान केंद्र के जारी परिणाम में राजपक्षे को 65 फीसदी और प्रेमदास को 28 फीसद मत मिले हैं.
प्रेमदास ने तमिल क्षेत्र के जाफना जिले के जाफना, नल्लुर और कायट्स से जीत हासिल की है. यहां उन्हें क्रमश: 85, 86 और 69 फीसदी मत मिले जबकि राजपक्षे को छह, पांच और 17 फीसदी मिले. इन दोनों के अलावा राष्ट्रपति चुनाव के बाकी उम्मीदवार काफी पीछे चल रहे हैं. इससे पहले निर्वाचन आयोग ने बताया था कि करीब पांच लाख मतों की गणना के बाद मुख्य विपक्षी उम्मीदवार राजपक्षे 52.87 प्रतिशत मतों के साथ आगे चल रहे हैं जबकि आवासीय मंत्री सजीत प्रेमदास को 39.67 प्रतिशत मत मिले.