scorecardresearch
Sunday, 5 May, 2024
होमविदेश'मेलबर्न में तिरंगा फहराना गर्व की बात', ऑस्ट्रेलिया में बोलीं दिग्गज अभिनेत्री शबाना आज़मी

‘मेलबर्न में तिरंगा फहराना गर्व की बात’, ऑस्ट्रेलिया में बोलीं दिग्गज अभिनेत्री शबाना आज़मी

फिल्म फेस्टिवल में शामिल होने पहुंचीं दिग्गज भारतीय अभिनेत्री ने कहा कि सचमुच मेरा मानना ​​है कि कला कोई सीमा नहीं जानती और सिनेमा सामाजिक परिवर्तन का एक साधन हो सकता है.

Text Size:

मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया) : दिग्गज अभिनेत्री शबाना आज़मी ने सोमवार को 14वें इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (आईएफएफएम) में राष्ट्रीय झंडे को फहराया. स्वतंत्रता दिवस से पहले ऑस्ट्रेलियाई धरती पर तिरंगा फहराने का अवसर मिलने पर शबाना ने कहा, “भारतीय ध्वज फहराने का यह सम्मान मिलना, वह झंडा जिस पर मुझे बहुत गर्व है, आज मेलबर्न में हमारी उपस्थिति में इस झंडे को लेकर जिस पर हमे गर्व है, यह एक ऐसा सम्मान है, जिसके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि यह मुझे मिल सकता है. और मेरा सचमुच मानना ​​है कि कला कोई सीमा नहीं जानती और सिनेमा सामाजिक परिवर्तन का एक साधन हो सकती है.”

इस बीच 77वें स्वतंत्रता दिवस की तैयारी पूरे जोर-शोर जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस समारोह पर दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराएंगे. कई क्षेत्रों से जुड़े विशिष्ट अतिथि, वाइब्रेंट गांव, अध्यापक, नर्सें, किसान और मछुआरों को इस समारोह में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.

जारी विज्ञप्ति के मुताबिक लाल किले पर होने वाले आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किए 600 से अधिक गांवों के 400 से अधिक सरपंच, किसान उत्पादक संगठन योजना से 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 लाभार्थी, नए संसद भवन समेत सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण कार्य के मजदूर), खादी श्रमिक और सीमाओं की सड़कों के निर्माण में लगे 50-50 वर्कर्स शामिल होंगे.

प्राइमरी स्कूलों के टीचर्स, नर्सें और मछुआरों को भी आमंत्रित किया गया है.

इनमें से कुछ विशेष अतिथियों का दिल्ली प्रवास के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करने और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से मुलाकात करने का कार्यक्रम है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें


यह भी पढे़ं : तेजी से बढ़ रही है दिल्ली में गरीबों की संख्या, स्कूली शिक्षा की स्थिति सबसे खराब


 

share & View comments