नई दिल्ली: श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने सोमवार को देश में आपातकाल घोषित कर दिया है. रविवार देर रात को जारी एक सरकारी नोटिस में इसकी घोषणा की गई है.
सरकार की अधिसूचना में कहा गया है,’सार्वजनिक सुरक्षा, व्यवस्था की सुरक्षा और समुदाय के जीवन के लिए आवश्यक आपूर्ति और सेवाओं के रखरखाव के हित में ऐसा करना उपाय है.’
Acting Sri Lankan President Ranil Wickremesinghe declares a State Of Emergency in the country. pic.twitter.com/ycDwJupUa3
— ANI (@ANI) July 18, 2022
इससे पहले, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भाग जाने के बाद विक्रमसिंघे ने पिछले हफ्ते इमरजेंसी की घोषणा की थी.
श्रीलंका में आर्थिक संकट के विरोध में हो रहे आंदोलन को रविवार को 100 दिन पूरे हो गए.
उधर, रविवार को ही देश की सरकारी कंपनी सिलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) ने डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतों में कमी करने की घोषणा की. देश में फरवरी से पांच बार हुई बढ़ोतरी के बाद पहली बार ईंधन की कीमतों में कमी की गई हैं.
खबरों के अनुसार, डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतों में प्रत्येक में 20 रुपए की कमी की गई है. मई के अंत में डीजल और पेट्रोल की कीमतों में 50 और 60 रुपए की वृद्धि की गई थी. नई कीमतें रविवार रात 10 बजे से प्रभावी होंगी.
इंडियन ऑयल कंपनी के स्थानीय संचालन, लंका इंडियन ऑयल कंपनी (एलआईओसी) ने भी कहा कि वे कीमतों में कमी को लागू करेंगे.
वहीं, भारत सरकार श्रीलंका की स्थिति पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक करेगी. संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने रविवार को कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर सर्वदलीय बैठक के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को श्रीलंका संकट पर जानकारी साझा करेंगे.
इस बीच, मॉनसून सत्र से पहले बुलाई गई विभिन्न पार्टियों की एक बैठक में तमिलनाडु स्थित द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने मांग की कि भारत श्रीलंका के संकट में दखल दे.
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