मेलबर्न, 11 फरवरी (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को यहां कहा कि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच मजबूत संबंधों के कारण क्वाड ने वैश्विक भलाई के लिए एक (समन्वित) शक्ति के रूप में अच्छा काम किया है।
जयशंकर ने उस वक्त संक्षेप में यह बात कही, जब वह अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ यहां क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक के मौके पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से अलग से मुलाकात कर रहे थे।
विदेश मंत्री के रूप में आस्ट्रेलिया की पहली यात्रा पर आए जयशंकर ने कहा, ‘यह बहुत उपयुक्त है कि क्वाड की बैठकें होनी चाहिए और… कल भी हमारी द्विपक्षीय बैठकें हैं।’
वह शनिवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिस पायने के साथ 12वें भारत-ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्रियों के प्रारूप संवाद की सह-अध्यक्षता करेंगे।
पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और मॉरिसन के बीच हुए क्वाड शिखर सम्मेलन को याद करते हुए, जयशंकर ने कहा, ”इसने (शिखर सम्मेलन ने) हमें क्वाड को आगे बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन दिया और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। आज की बैठक में हमें समीक्षा करने का मौका मिला है कि हमने कितनी प्रगति की है।”
उन्होंने मॉरिसन को बताया, ”मैं यह स्वीकार करना चाहता हूं कि हमने अपने संबंधों में अच्छी प्रगति की है। भारत में एक वाणिज्य मंत्री (मौजूद) हैं और जहां तक मेरी जानकारी है, वहां चर्चा बहुत सकारात्मक रही है।”
उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि क्वाड ने एक ताकत के रूप में अच्छी तरह से काम किया है जिसे हमारे प्रधानमंत्री ‘वैश्विक भलाई के लिए शक्ति’ का नाम देते हैं, क्योंकि हमारे द्विपक्षीय संबंध बहुत मजबूत रहे हैं और निश्चित रूप से मैं क्वाड के बीच द्विपक्षीय संबंधों में भी प्रगति की उम्मीद करता हूं।”
अपने उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा कि उन्हें यह विश्वसनीय रूप से आश्वस्त करने वाला लगता है कि समान विचारधारा वाले साझेदार ऑस्ट्रेलिया में क्वाड बैठक के लिए एकत्र हुए हैं।
एपी
सुरेश पवनेश
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