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Sunday, 22 December, 2024
होमविदेशपुतिन ने मोदी की G20 की 'सफलता' की तारीफ की, UNSC में सीट के लिए भारत की कोशिश का किया समर्थन

पुतिन ने मोदी की G20 की ‘सफलता’ की तारीफ की, UNSC में सीट के लिए भारत की कोशिश का किया समर्थन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि भारत वैश्विक मंच पर स्वतंत्र रूप से कार्य करता है लेकिन उसे पश्चिम से जोखिम का सामना करना पड़ता है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में अपनाए गए निर्णयों को 'राजनीतिकरण से मुक्त' करने में कामयाब रहे.

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नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को भारत की जमकर तारीफ की और जी20 शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए “व्यक्तिगत सफलता” बताया और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर “बढ़ते दबदबे” वाले देश के रूप में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सीट के लिए भारत के प्रयास का समर्थन किया.

उन्होंने भारत को बड़ी आबादी, 7 प्रतिशत से अधिक की अनुमानित जीडीपी वृद्धि और बढ़ते उच्च तकनीक निर्यात के साथ महान संभावनाओं वाला देश बताया.

रूस के सोची में एक इवेंट के दौरान बोलते हुए रूस के राष्ट्रपति ने कहा, “जहां तक जी20 का सवाल है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह भारत की अध्यक्षता और व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी की सफलता है. भारतीय नेतृत्व एक संतुलन बनाने में कामयाब रहा… यहां तक कि घोषणापत्र में भी.

पुतिन 2 से 5 अक्टूबर तक मॉस्को स्थित थिंक टैंक वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब की 20वीं वार्षिक बैठक में भाग ले रहे थे. कार्यक्रम में अपने उद्घाटन भाषण के दौरान, पुतिन ने भारत को एक ऐसा देश बताया जो वैश्विक मंच पर स्वतंत्र रूप से कार्य करता है लेकिन पश्चिम से जोखिमों का सामना करता है.

उन्होंने कहा, ”मैं कहना चाहूंगा कि भारतीय नेतृत्व स्वतंत्र और दृढ़ता से राष्ट्रीयता की ओर उन्मुख है. वे (पश्चिम) उन लोगों को दुश्मन के रूप में चित्रित करने का प्रयास करते हैं जो इन पश्चिमी आभिजात्य समूहों का आंख बंद करके अनुसरण करने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने चीन सहित विभिन्न देशों के साथ इस दृष्टिकोण का इस्तेमाल किया है और कुछ स्थितियों में भारत के साथ भी ऐसा करने की कोशिश की है.”

उनकी टिप्पणी उसी दिन आई है जब एक रूसी मिसाइल हमले ने उत्तर-पूर्वी यूक्रेन के ह्रोज़ा गांव पर हमला किया था, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे.

इस कार्यक्रम में यूरेशिया, अफ्रीका, उत्तर और दक्षिण अमेरिका के 42 देशों के 140 विशेषज्ञों, राजनेताओं और राजनयिकों ने भाग लिया.

‘मुझे दोस्तों के लिए समस्याएं पैदा करने की क्या ज़रूरत है?’

सोची में कार्यक्रम के दौरान दर्शकों के सवालों का जवाब देते हुए पुतिन से भारत की जी20 अध्यक्षता और भारत में जी20 शिखर सम्मेलन के बाद हुई संयुक्त घोषणा के बारे में पूछा गया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में अपनाए गए निर्णयों का “गैर-राजनीतिकरण” करने में कामयाब रहे.

दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और भारत में जी20 शिखर सम्मेलन में उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर, पुतिन ने कहा: “मुझे इन कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान दोस्तों के लिए कुछ समस्याएं पैदा करने की आवश्यकता क्यों है? हम वयस्क हैं और हम समझते हैं कि अगर मैं आया तो कुछ राजनीतिक अभियान शुरू हो जाएंगे जिनका उद्देश्य शिखर सम्मेलन को कमजोर करना होगा.

यूक्रेन को लेकर पश्चिम और रूस के बीच तनाव के बावजूद, पिछले महीने, भारतीय जी20 प्रेसीडेंसी ने नई दिल्ली लीडर्स घोषणा को अपनाने की घोषणा की.

‘मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूत हो रहा है’

कार्यक्रम के दौरान, रूसी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सीट पाने के लिए भारत के प्रयास का भी समर्थन किया और इसके आर्थिक विकास की प्रशंसा की.

उन्होंने दर्शकों से कहा, “निश्चित रूप से, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ऐसे देशों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए जो अंतर्राष्ट्रीय मामलों में महत्वपूर्ण प्रभाव प्राप्त कर रहे हैं. उनकी क्षमता के कारण, उनके पास अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों को सुलझाने में योगदान देने का अवसर है. उन्होंने आगे कहा, “मैं किन देशों के बारे में बात कर रहा हूं? भारत – 1.5 अरब लोग. 7 फीसदी से ज्यादा जीडीपी ग्रोथ. उच्च तकनीकी निर्यात तेजी से बढ़ रहा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में यह हर साल मजबूत हो रहा है.”

(संपादनः शिव पाण्डेय)
(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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