दावोस: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक तापमान बढ़ाने में भारत की कोई बड़ी भूमिका नहीं रही है. इसके बावजूद जीवाश्म ईंधन के मामले में भारत जवाबदेही के साथ काम कर रहा है. वहीं कार्बन उत्सर्जन में बड़ी भूमिका निभाने वाले पश्चिमी देश पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे हैं.
पर्यावरण के मसले पर मंत्री ने कहा, ‘भारत का ग्लोबल वार्मिंग में न्यूनतम योगदान रहा है. लेकिन इसके बावजूद जीवाश्म ईंधन के मामले में काफी जवाबदेह है. वहीं पश्चिमी दुनिया का कार्बन उत्सर्जन में 50 प्रतिशत से अधिक योगदान है, लेकिन वे वास्तव में इस दिशा में पर्याप्त कदम नहीं उठा रहे. हमने भारत में एलईडी बल्ब कार्यक्रम के जरिये इस दिशा में काफी कुछ किया है.’
विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक में गोयल ने यह भी कहा कि भारत लोगों के साथ निवेशकों के हितों की रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि देश निवेशकों का स्वागत करता है और उनके लिये नियमन को और आसान बना रहा है.
उन्होंने कहा, ‘जब संचालन व्यवस्था और आसान नियमन की बात आती है, भारत कई साल तक नुकसान की स्थिति में रहा लेकिन हमारी सरकार सत्ता में आने के बाद जो भी विरासत में मसले मिले थे, उनका समाधान किया….’
रेल मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे गोयल ने कहा, ‘हम अपने लोगों को सही अवसर उपलब्ध कराना चाहते हैं ओर साथ ही निवेशकों के हितों की भी रक्षा करना चाहते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हम हमेशा भारत को निवेशकों के अनुकूल बनाने का प्रयास कर रहे हैं और बुनियादी ढांचा में सुधार के लिये दुनिया भर में अपने दोंस्तों से बातचीत कर रहे हैं….’
उन्होंने कहा कि हम जीवाश्म ईंधन के मामले में जवाबदेही से काम कर रहे हैं और अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा दे रहे हैं.