नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने सोमवार को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया का ऐलान किया. एक ट्वीट में उन्होंने अपने ट्विटर और फेसबुक एकाउंट का लिंक शेयर किया.
इस ऐलान के बाद पाकिस्तान के लोग उन्हें लेकर कई तरह की बातें कर रहे हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि अगर वो वतन वापस लौटते हैं तो उन्हें फांसी दे दी जाएगी वहीं कुछ इस उम्मीद में हैं कि तानाशाह मुशर्रफ के आने से पाकिस्तान इन दिनों जिन हालात से गुजर रहा है, उसमें तब्दीली आ सकती है.
— Pervez Musharraf (@P_Musharraf) January 10, 2022
परवेज़ मुशर्रफ की करीब पांच महीने के बाद ट्विटर पर वापसी हुई है. सोमवार से पहले उन्होंने पिछले साल पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस यानी कि 14 अगस्त 2021, को आखिरी ट्वीट किया था.
एआरवाई न्यूज़ मुल्तान/दक्षिण पंजाब के ब्यूरो चीफ यासिर शेख ने ट्वीट कर कहा, ‘इंशाअल्लाह आप जल्द ही अपने वतन वापस लौटेंगे और बड़े साहस और बहादुरी के साथ खुद पर लगे गंभीग राजद्रोह का मुकदमा लड़ेंगे.’
انشاء اللّٰہ جلد ہی آپ وطن واپس تشریف لا کر اپنے اوپر سنگین غداری کیس کا ہمت و جواں مردی سے مقابلہ فرمائیں گے اور قانون کی بالادستی کا پرچم سربلند فرمائیں گے ?
— Yasir Sheikh (@yasirmsheikh) January 10, 2022
नवाज शरीफ की सत्ता को हटाकर पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने परवेज़ मुशर्रफ को लेकर काफी सारे लोग ये भी कह रहे हैं कि वो पाकिस्तान के ‘असल गद्दार’ हैं.
غدار بھگوڑے وطن فروش پاکستان کے سوداگر ۔۔۔۔۔
— Aenna (@ain_omi) January 10, 2022
इसके इतर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो ट्विटर पर काफी समय के बाद हुई उनकी वापसी के बारे में पूछ रहे हैं. पत्रकार और स्तंभकार यूसुफ जमील ने कहा, ‘आपने आखिरी बार 14 अगस्त 2021 को ट्वीट किया था. इतने लंबा गैप क्यों?’
हालांकि कुछ लोग मुशर्रफ को उनकी गलती के बारे में भी याद दिला रहे हैं.
एक यूज़र ने लिखा, ‘आपसे बार-बार कहा गया कि आप अपनी वर्दी न उतारें और जनरल कयानी राशी को बाहर करें लेकिन आपने अपना काम किया. आपको नवाज शरीफ को फांसी देनी चाहिए थी लेकिन आपने ऐसा नहीं किय. और आसिफ जरदारी को एनआरओ नहीं देना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आज देश बर्बाद हो रहा है.’
آ پ کو متعدد بار درخواست کی تھی کہ وردی مت اتاریں اور جنرل کیانی راشی کو معزول کر دیں مگر آ پ نے اپنی کی۔اپ کو نواز شریف کو پھانسی دینی چاہیے تھی مگر آ پ نے یہ کام بھی نہ کیا۔اپ کو ان نواز اور آصف زرداری کو این۔ار ۔او نھیں دینا چاہیے تھا مگر ایسا نہیں ہوا آ ج ملک تباہ ھو چکا۔
— Biloo Bhai (@Munawar37985309) January 10, 2022
एक अन्य यूज़र ने कहा, ‘हम आपको याद करते हैं. अगर आप 10 साल और होते तो आज देश बेहतर स्थिति में होता.’
سر آپ کیسے ہیں۔ ہم آپ کو بہت مس کر رہے ہیں۔ کاش آپ دس سال اور رہتے تو ملک پر کم از کم ان لٹیروں کی نحوست مزید نہ پڑتی اور آج ملک بہتر حالت میں ہوتا۔ اللہ آپ کو صحت عطا فرمائے۔ امید ہے آپ کا جواب ملے گا۔
— Riaz Abbasi (@RiazAd07) January 10, 2022
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मुशर्रफ और भारत
भारतीयों के पास भी कई कारण हैं कि वो पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह को याद करें. चाहे वो 1999 में हुआ तख्तापलट हो या फिर करगिल युद्ध, जिसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते काफी तल्ख हो गए थे. यहां तक कि भारतीय लोगों को परवेज़ मुशर्रफ के 2001 के उस दौरे के बारे में भी याद है जब वो तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से आगरा समिट को लेकर मिले थे.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के हेयरस्टाइल को लेकर दिया गया उनका बयान आज भी लोगों के ज़हन में है.
2016 में एमएस धोनी पर बनी फिल्म में भी मुशर्रफ के बयान का क्लिप मौजूद है. 2005-06 में जब भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर थी, तब एक मैच के आखिर में मुशर्रफ ने कहा था, ‘मैंने मैदान में कई प्लेकार्ड लगे देखें, जिसमें ‘धोनी को हेयर कट की सलाह’ दी जा रही है, लेकिन धोनी आप मेरी राय माने तो आपको अपने बाल नहीं कटवाने चाहिए, इन बालों में आप काफी अच्छे दिखते हैं.’
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