ब्रिटेन ने गुरुवार को घोषणा की कि दक्षिण अफ्रीका और पांच पड़ोसी देशों से आने-जाने वाली सभी उड़ानें शुक्रवार दोपहर से प्रतिबंधित रहेंगी. देश ने वायरस के नए स्वरूप के सामने आने के बाद यह घोषणा की.
कई अन्य देशों ने भी इस तरह के कदम उठाए और यह संकेत दिया कि सिर्फ उनके अपने नागरिक ही वापस लौट पाएंगे और वो भी आइसोलेशन में रहेंगे. नई दिल्ली में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से दक्षिण अफ्रीका से सीधे या दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से होकर आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ाई से जांच के आदेश दिए हैं.
शुक्रवार को सरकार के आदेश के अनुसार एयरलाइन कंपनियां भारत और दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना के बीच 15 दिसंबर से 50 फीसदी क्षमता के साथ परिचालन कर सकती हैं. भारत का दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना के बीच ‘एयर बबल’ यात्रा व्यवस्था उपलब्ध नहीं है जिसके तहत विशेष यात्री विमानों का परिचालन किया जाता है. वहीं इन तीनों देशों को भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘खतरे’ वाली श्रेणी में रखा है.
ब्रिटेन के पर्यटक नए प्रतिबंध की वजह से विशेष प्रभावित हुए हैं क्योंकि वहां से बड़ी संख्या में लोग पर्यटन या पारिवारिक संबंधों के लिहाज से दक्षिण अफ्रीका आते हैं. जोआना जॉनसन ने नम आंखों से कहा, ‘मुझे क्रिसमस के मौके पर अपने परिवार के साथ रहने के लिए घर जाना है लेकिन ऐसा लगता है कि मैं अब अपने दोस्तों के साथ फंस गई हूं.’
वहीं, हवाई अड्डे पर भारतीय मूल के एक व्यक्ति अब्दुल पटेल ने कहा कि वह सोमवार को दुबई के रास्ते मुंबई लौटने वाले थे लेकिन अब वह उपलब्ध किसी उड़ान में टिकट चाहते हैं. एक एयरलाइन के कर्मचारी ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि हफ्ते के अंत में दबाव और भी बढ़ने वाला है क्योंकि कई और देशों ने उड़ानें रद्द कर दी हैं.
वहीं, दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के एक नए संक्रामक स्वरूप के सामने आने के मद्देनजर मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने शनिवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका से शहर में आने वाले सभी यात्रियों को आइसोलेशन में रहना होगा.
उन्होंने बताया कि इन यात्रियों के नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे जाएंगे. पेडनेकर ने कहा कि यह निर्णय दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रोन के सामने आने के बाद लिया गया क्योंकि इस स्वरूप के अधिक संक्रामक होने की आशंकाएं हैं.
उन्होंने कहा, ‘विदेशों में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है इसलिए बाहर से आने वाले लोगों को जीनोम जांच से गुजरना होगा.’ पेडनेकर अभी दिल्ली में हैं और उन्होंने कहा कि कोविड-19 की पिछली लहर पर नियंत्रण में आई कठिनाई के अनुभवों के आधार पर यह निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि वायरस के नए स्वरूप से प्रभावित देशों से आनेवाले यात्रियों के लिए भी इस तरह के प्रतिबंध लागू हो सकते हैं. इस हफ्ते कोविड-19 के नए स्वरूप B.1.1.529 का पता दक्षिण अफ्रीका में चला और शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे ‘चिंता वाला स्वरूप’ करार दिया. इसे ओमिक्रोन नाम दिया गया है.
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जोहान्सबर्ग: पारिवारिक और व्यावसायिक यात्राओं पर दक्षिण अफ्रीका आए सैंकड़ों विदेशी नागरिक फंस गए हैं क्योंकि देश में कोविड-19 के नए स्वरूप ‘ओमिक्रोन’ के सामने आने के बाद कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिए हैं.