नई दिल्ली: क्या प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने विदेशों से मिले चंदे की जानकारी को छुपाया? विदेशी चंदे को लेकर पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) की एक रिपोर्ट आने के बाद इमरान खान एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं और इसे लेकर उनकी आलोचना भी हो रही है.
डॉन के मुताबिक, जिसने इस रिपोर्ट को देखा है, पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इस बात की तस्दीक की है कि न केवल इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने विदेश में रह रहे देश के नागरिकों से चंदा लिया बल्कि इस बारे में जानकारी को छुपाया और कई बैंक खातों को गुप्त रखा.
ईसीपी की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए इमरान खान ने कहा कि पीटीआई की फंडिंग को लेकर चुनाव आयोग की जांच का वो स्वागत करते हैं. एक ट्वीट में खान ने कहा, ‘हमारे खातों की जितनी जांच होगी उतने स्पष्ट तौर पर देश को इसके बारे में पता चलेगा कि पीटीआई एकमात्र राजनीतिक पार्टी है जो ठीक तरह से राजनीतिक चंदा जुटाती है.’
इमरान खान ने ईसीपी से मांग की कि वो पीटीआई की विरोधी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) (पीएमएल-एन) की भी जांच करे. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इससे देश को पता चलेगा कि ‘ठीक तरह से चंदा जुटाना और क्रॉनी कैपिटिलिस्ट से उगाही करना क्या होता है’.
I welcome ECP's scrutiny of PTI's funding through donations from Overseas Pakistanis. The more our accounts are scrutinised the more factual clarity will emerge for nation to see how PTI is the only political party with proper donor base premised on proper political fundraising.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 5, 2022
इस बीच पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने मंगलवार को कहा कि ये रिपोर्ट ‘गलत’ है और उन्होंने इमरान खान की मांग को दोहराते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों के खातों की भी जांच होनी चाहिए.
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क्या कहती है पाकिस्तान के चुनाव आयोग की रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान की पार्टी ने 2009-10 और 2012-13 के बीच 312 मिलियन पाकिस्तानी रुपए की जानकारी नहीं दी. वहीं सिर्फ वित्त वर्ष 2013 में पीटीआई ने 145 मिलियन पाकिस्तानी रुपए की जानकारी नहीं दी.
अमेरिका के अलावा इमरान खान की पार्टी को दुबई, यूनाइटेड किंगडम, यूरोप, डेनमार्क, जापान, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया से भी चंदा मिला. लेकिन कमिटी को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई.
ईसीपी की जांच टीम की रिपोर्ट से यह भी पता चला कि पीटीआई ने 53 बैंक खातों के बारे में नहीं बताया. पार्टी ने विदेशी फंडिंग के मामले में केवल 12 खातों की जानकारी दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टेट बैंक ने खुलासा किया कि पीटीआई के पास 65 बैंक खाते हैं.
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विपक्ष कर रहा इमरान खान के इस्तीफे की मांग
पीएमएल-एन के कई नेता ईसीपी की रिपोर्ट आने के बाद इमरान खान के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ ने कहा, ‘पीटीआई पिछले 7 सालों से विदेशी फंडिंग के मामले से भाग रही है और अब हम जान गए हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है.’
Truth has a strange way of exposing people. The Scrutiny Committee's report is a damning indictment of IK. PTI has been running away from foreign funding case for last 7 years and now we know why. The facade of "Sadiq aur Ameen" has been shredded into pieces.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) January 5, 2022
पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता शाहिद खक्कान अब्बास ने ईसीपी की रिपोर्ट आने के बाद इमरान खान के इस्तीफे की मांग की है.
अब्बास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए और मांग की कि खान को अपने पद से हट जाना चाहिए.
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‘पाकिस्तान गरीब हो रहा है और इमरान अमीर’
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने कहा कि ‘पाकिस्तान लगातार गरीब होता जा रहा था वहीं इमरान खान अमीर हो रहे थे’.
भुट्टो ने ट्वीट कर कहा, ‘ईसीपी की रिपोर्ट न केवल पार्टी के भ्रष्टाचार को साबित करती है बल्कि उनकी हिपोक्रेसी को भी दिखाती है.’
ECP report proving PTI foreign funding is a damning inditement not only of the party’s corruption but exposes their hypocrisy. Simultaneously tax records reveal @ImranKhanPTI income increased more than 50 times since gaining power. Pakistan has become poorer but Imran is richer.
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) January 5, 2022
जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजल-उर-रहमान ने भी कहा कि पीटीआई की विदेशी फंडिंग ने ‘इमरान खान और उनकी पार्टी के भ्रष्टाचार’ को उजागर किया है.
ईसीपी की रिपोर्ट के बाद, सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के लोग इमरान खान पर निशाना साध रहे हैं और उन्हें ‘हिपोक्रेट’ कह रहे हैं.
पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री इमरान खान को घेरा है. एक और ट्विटर यूज़र ने लिखा, ‘हां, ओवरसीज़ पाकिस्तानी ने घबराना नहीं है.’
When political opponents: "Indian, Yahoodi funding"
When own foreign funding case: "Overseas Pakistanis" https://t.co/G5fIgY4Llq
— Naila Inayat (@nailainayat) January 5, 2022
ट्विटर यूज़र काज़ी एम शोएब अमीन ने कहा, ‘वैसे तो खान साहब, दुनिया ने आपसे ज्यादा शर्मनाक और झूठा आदमी नहीं देखा है.’
वहीं सलमान अरशद ने लिखा, ‘अगर आप इतने इमानकारी के चैंपियन बनते हैं तो ईसीपी को करने देते प्रोसीडिंग्स, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता.’
I welcome ECP's scrutiny of PTI's funding through donations from Overseas Pakistanis. The more our accounts are scrutinised the more factual clarity will emerge for nation to see how PTI is the only political party with proper donor base premised on proper political fundraising.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 5, 2022
बता दें कि पीटीआई के खातों की जांच के लिए 2018 के मार्च महीने में जांच समिति बनाई गई थी. लेकिन चार साल बाद इसने ईसीपी को दिसंबर 2021 में अपनी रिपोर्ट सौंपी है.
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