नई दिल्लीः पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी शहर पेशावर में सोमवार को दोपहर की नमाज़ के दौरान एक मस्जिद में फिदायीन हमले में 46 लोगों की मौत हो गई.
डॉन अखबार की खबर में कहा गया है कि यह विस्फोट पुलिस लाइन्स इलाके के पास दोपहर करीब 1 बजकर 40 मिनट पर हुआ जब ज़ुहर की नमाज़ अदा की जा रही थी.
खबर के अनुसार, इस हमले में 46 लोगों की मौत हो गई और लगभग 140 से अधिक घायल हो गए हैं.
लेडी रीडिंग अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि अबतक 46 लोगों की जान चली गई है. हालांकि, पेशावर पुलिस ने 38 मृतकों की सूची जारी की है. घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी हैं.
अधिकारियों ने बताया कि घायलों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मृत कमांडर उमर खालिद के एक भाई ने दावा किया कि यह आत्मघाती हमला अफगानिस्तान में पिछले साल अगस्त में मार दिए गए उसके भाई की मौत का बदला है. इस प्रतिबंधित संगठन ने सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाते हुए अतीत में कई आत्मघाती हमले किए हैं. उसे पाकिस्तान तालिबान नाम से भी जाना जाता है.
पेशावर में विस्फोट के बाद इस्लामाबाद समेत बड़े शहरों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
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पेशावर में इमरजेंसी लागू
इस्लामाबाद पुलिस ने एक ट्वीट में महानिरीक्षक डॉ अकबर नासिर खान ने राजधानी में ‘‘सुरक्षा हाई-अलर्ट’’ रखने के निर्देश जारी किए.
इस्लामाबाद में आने-जाने वाले सभी मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और महत्वपूर्ण स्थानों एवं भवनों पर अचूक निशानेबाज (स्नीपर्स) तैनात किए गए हैं.
पुलिस अधिकारी सिकंदर खान ने कहा कि धमाके के समय इलाके में 300-400 पुलिस अधिकारी मौजूद थे. उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि सुरक्षा चूक हुई है.’’
खान ने कहा, ‘‘धमाके में इमारत का एक हिस्सा ढह गया था और मलबे में कई जवानों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है.’’
अधिकारी के अनुसार बम हमलावर पुलिस लाइंस के अंदर, चार स्तरीय सुरक्षा वाली मस्जिद में घुस गया.
हालातों की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रभावित क्षेत्र में इमरजेंसी लागू कर दी गई है और इलाके की घेराबंदी कर मस्जिद की तरफ जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यह कहते हुए इस हमले की कड़ी निंदा की कि इस घटना के पीछे जिन हमलावरों का हाथ है, उनका ‘‘इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादी उन लोगों को निशाना बनाकर डर पैदा करना चाहते हैं जो पाकिस्तान की रक्षा करने का कर्तव्य निभाते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘विस्फोट में मारे गए लोगों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. समूचा राष्ट्र आतंकवाद की इस बुराई के विरूद्ध लड़ाई में एकजुट है.’’
शरीफ ने कहा कि अशांत खैबर पख्तूनख्वा में बिगड़ती कानून व्यवस्था का मुकाबला करने के लिए समग्र रणनीति अपनाई जाएगी तथा संघीय सरकार प्रातों को उनकी आतंकवाद विरोधी क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगी.
इस फिदायीन हमले पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान खान ने कहा, ‘‘पेशावर पुलिस लाइंस की मस्जिद में धमाके की पुरज़ोर निंदा करता हूं. पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं. ये ज़रूरी है कि हम अपने खुफिया तंत्र में सुधार करें और पुलिस को आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए पर्याप्त हथियार दें.’’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी इस हमले की निंदा की है.
उन्होंने कहा, चुनावों से पहले हुआ ये धमाका निंदनीय है. आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ज़रदारी ने एक बयान में कहा, ‘‘नेशनल एक्शन प्लान ही आतंकियों का इलाज है, इसे सख्ती से लागू किया जाएगा. पीपीपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी रक्तदान कर घायलों की जान बचाएं.’’
कार्यवाहक मुख्यमंत्री आज़म खान ने हमले की निंदा की है और प्रभावितों के प्रति संवेदना जताई है.
सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक आत्मघाती हमलावर नमाज़ के दौरान सबसे आगे की लाइन में खड़ा था, तभी उसने यह धमाका किया.
अस्पताल प्रशासन ने लोगों से रक्तदान करने की अपील की है. इसके अलावा खैबर पख्तून के गवर्नर हाजी गुलाम अली ने विस्फोट की निंदा की और लोगों से घायलों के वास्ते रक्तदान करने की अपील की है.
उन्होंने कहा कि यह ‘‘पुलिस के प्रति बहुत बड़ी मेहरबानी होगी.’’
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