(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, सात अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान, चीन, रूस और ईरान ने मंगलवार को एक ‘‘स्थिर और शांतिपूर्ण’’ अफगानिस्तान के लिए अपनी संयुक्त प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही चारों देशों ने अफगानिस्तान में आतंकवादियों की मौजूदगी पर चिंता भी व्यक्त की।
अफगानिस्तान में पाकिस्तान के विशेष दूत मोहम्मद सादिक ने एक बयान में बताया कि अफगानिस्तान के लिए विशेष प्रतिनिधियों की चतुर्पक्षीय बैठक, क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के मामलों पर विचार-विमर्श के लिए रूस की राजधानी मॉस्को में बुलाई गई थी।
इस समय वार्ता के लिए रूस में मौजूद सादिक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि उन्होंने चतुर्पक्षीय बैठक के दौरान विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा, ‘‘बैठक में शामिल होने वाले देशों ने एकमत से स्थिर, संप्रभु और शांतिपूर्ण अफगानिस्तान के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई, तथा आतंकवाद और बाहरी हस्तक्षेप के अभिशाप से मुक्त देश की आवश्यकता पर बल दिया।’’
सादिक ने कहा, ‘‘चिंता का एक विशेष विषय टीटीपी, बीएलए, ईटीआईएम, जैश-उल-अदल, आईएसआईएल और अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों की निरंतर उपस्थिति थी। इस साझा खतरे के मद्देनजर, राष्ट्रों ने आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए बेहतर समन्वय और सहयोगात्मक कार्रवाई के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर दिया।’’
रूसी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, यह बैठक मंगलवार को अफगानिस्तान पर मॉस्को प्रारूप परामर्श की 7वीं बैठक से पहले आयोजित की गई। मॉस्को प्रारूप परामर्श की 7वीं बैठक में भारत, ईरान, कजाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देश अफगानिस्तान से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए भाग लेंगे।
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश
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