नई दिल्ली: पंजाब नैशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज हो गई है. लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान टोबी कैडमैन ने अदालत को बताया की नीरव मोदी भारत की एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं कर रहा है. टोबी ने नीरव मोदी द्वारा गवाहों को बरगलाने की भी आशंका जताई. कैडमैन के मुताबिक हीरा कारोबारी नीरव ने एक गवाह आशीष को बुला कर उसे जान से मारने की धमकी भी दी. इस मामले की अगली सुनवाई 26 अप्रैल को होगी.
In the next hearing at London's Westminster Magistrates' court on 26 April, Nirav Modi will be produced through video conferencing. His bail application has been rejected by the Court today. (file pic) pic.twitter.com/XdM4Rg1Ehh
— ANI (@ANI) March 29, 2019
जबकि, नीरव मोदी के वकील क्लेयर मोंटगोमरी ने बताया कि नीरव जनवरी 2018 से ब्रिटेन में है. उसे अगस्त 2018 से पता है कि वह प्रत्यर्पित होने जा रहा है. उसके पास सुरक्षित ठिकाना नहीं है. वह ब्रिटेन में खुलेआम घूम रहा है.
Nirav Modi's attorney Claire Montgomery: Nirav Modi has been in the UK since January 2018. He has known since August. 2018 that he is going to be extradited. He has no place as a safe haven. He has lived openly in the UK & has made no effort to hide. https://t.co/YjR4uC6Iz6
— ANI (@ANI) March 29, 2019
लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पहुंचे भारतीय अधिकारियों ने अभियोजन का प्रतिनिधित्व करने वाले टोबी कैडमैन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया था कि नीरव मोदी को यदि जमानत मिलती है तो वह इसके खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करेंगे. अधिकारियों ने यह भी कहा था कि वह सब कुछ करेंगे जिससे नीरव रिहा न हो सके.
नीरव मोदी की जमानत पर सुनवाई के लिए ईडी और सीबीआई का एक संयुक्त दल वेस्टमिंस्टर कोर्ट पहुंचा था. बता दें कि सीबीआई और ईडी की टीम अपने साथ नीरव मोदी, उसकी पत्नी एमी, मामा और कंपनी के भागीदार मेहुल चौकसी सहित अन्य के खिलाफ चार्जशीट की कॉपी भी साथ ले गई है. ईडी के अधिकारी नीरव और उसकी कंपनियों की 147 करोड़ रुपए की संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज लेकर पहुंचे हैं. बता दें कि एजेंसी ने नीरव की संपत्ति 26 फरवरी को अटैच की थी.