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Friday, 3 May, 2024
होमविदेशNawaz Sharif ने रैली में पाकिस्तान के बिगड़े हालात के लिए सेना प्रमुख जनरल बाजवा और ISI प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया

Nawaz Sharif ने रैली में पाकिस्तान के बिगड़े हालात के लिए सेना प्रमुख जनरल बाजवा और ISI प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया

लंदन से वीडियो लिंक के जरिये सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ ने सेना प्रमुख बाजवा और आईएसआई निदेशक जनरल हमीद को पाकिस्तान के मौजूदा हालात के लिये दोषी ठहराया.

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कराची: पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने देश की मौजूदा राजनीतिक हालत के लिये सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को जिम्मेदार ठहराया वहीं विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अपनी तीसरी विशाल संयुक्त रैली आयोजित की.

देश में 11 विपक्षी दलों के गठबंधन ‘पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट’ (पीडीएम) का गठन 20 सितंबर को खान को सत्ता से बाहर करने के लिये किया गया है. गठबंधन ने इस महीने गुजरांवाला और कराची में एक के बाद एक दो विशाल सभाएं कीं. तीसरी रैली का आयोजन अशांत बलोचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में रविवार को किया गया.

लंदन से वीडियो लिंक के जरिये सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख नवाज शरीफ ने एक बार फिर सेना प्रमुख बाजवा और आईएसआई निदेशक जनरल हमीद को पाकिस्तान के मौजूदा हालात के लिये दोषी ठहराया.

शरीफ ने कहा, ‘जनरल बाजवा आपको 2018 के चुनावों में गड़बड़ी, संसद में सांसदों की खरीद-फरोख्त, लोगों की इच्छा के विरुद्ध तथा संविधान व कानून की धज्जियां उड़ाकर इमरान नियाजी को प्रधानमंत्री बनाने, लोगों को गरीबी और भूख की तरफ धकेलने का जवाब देना होगा.’

भ्रष्टाचार के कई मामलों में उलझे शरीफ पिछले साल नवंबर से लंदन में हैं जब लाहौर उच्च न्यायालय ने दिल की बीमारी और प्रतिरक्षा तंत्र संबंधी विकार के इलाज के वास्ते चार हफ्तों के लिये विदेश जाने की इजाजत दी थी.

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उन्होंने आईएसआई प्रमुख पर शपथ का उल्लंघन कर ‘कुछ वर्षों से राजनीति में हस्तक्षेप’ करने का भी आरोप लगाया.

शरीफ ने कहा कि वह व्यक्तियों का नाम ले रहे हैं ‘क्योंकि वह नहीं चाहते कि हमारी सेना बदनाम हो.’


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पाकिस्तान में शक्तिशाली सेना ने राजनीति में दखल से इनकार किया है. खान भी इस बात से इनकार कर चुके हैं कि सेना ने 2018 का चुनाव जीतने में उनकी मदद की.

शरीफ ने एक स्टेडियम में उमड़ी विशाल भीड़ के समक्ष कहा, ‘लोगों के उत्साह को देखिये, मुझे विश्वास है कि अब कोई भी मतदाताओं के जनादेश का उल्लंघन नहीं कर पाएगा. मैंने गुजरांवाला और कराची में यही उत्साह देखा था और अब मैं क्वेटा में भी इसे देख रहा हूं.’

सैकड़ों बलोच लोगों को जबरन गायब किये जाने के संभावित संदर्भ में कहा, ‘मैं बलोच लोगों की समस्याओं से वाकिफ हूं, नवाज शरीफ जानता है कि लापता लोगों की समस्या अब भी यहां है. मैं जब पीड़ितों को देखता हूं तो दर्द महसूस कर सकता हूं.’

उन्होंने कहा कि पीडीएम उन ‘असंवैधानिक ताकतों के खिलाफ खड़ा हुआ है जिसने पाकिस्तान को अंदर और बाहर से खोखला कर दिया है.’

शरीफ ने इससे पहले गुजरांवाला की रैली में भी शीर्ष सैन्य अफसरों पर ऐसे ही आरोप लगाए थे जिसके बाद नाराज प्रधानमंत्री खान ने ऐलान किया था कि वह विपक्ष पर ‘सख्त’ रुख अपनाएंगे.

शरीफ की बेटी और पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने अपने भाषण में कहा कि पाकिस्तान और बलोचिस्तान की किस्मत बदलने का वक्त आ गया है.

उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘अब आपके पति और भाई, बलोचिस्तान के लोग गायब नहीं होंगे.’

मरियम ने कहा कि मौजूदा ‘तानाशाही सरकार’ का ‘सूरज अस्त होने वाला है’ और ‘कठपुतली का खेल जल्द ही समाप्त हो जाएग.’

वीडियो लिंक के जरिये रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, ‘यह कैसा लोकतंत्र है जहां न मीडिया स्वतंत्र है ना न्यायपालिका.’

बलोचिस्तान नेशनल पार्टी के अध्यक्ष सरदार अख्तर मेंगल ने लापता लोगों के मुद्दे पर खान की सरकार और मौजूदा व्यवस्था को आड़े हाथों लिया.

इस बीच सरकार के बड़े आलोचक मोहसिन दावर को शनिवार को क्वेटा हवाईअड्डे पर सुरक्षा अधिकारियों ने उव वक्त हिरासत में ले लिया जब वह रैली के लिये यहां पहुंचे थे.

गृहमंत्री जियाउल्ला लैंगोव ने कहा कि डावर के प्रांत में प्रवेश पर प्रतिबंध है. यह प्रतिबंध 29 अक्टूबर को खत्म होगा.


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