scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमविदेशNASA के वैज्ञानिकों ने खोज निकाला पृथ्वी के आकार का ग्रह- इसमें 95% पृथ्वी के आकार की चट्टानें भी हैं

NASA के वैज्ञानिकों ने खोज निकाला पृथ्वी के आकार का ग्रह- इसमें 95% पृथ्वी के आकार की चट्टानें भी हैं

एलीसन यंगब्लड, एक अनुसंधान खगोल भौतिकीविद् और गोडार्ड में TESS उप परियोजना वैज्ञानिक ने कहा कि 'हम मिशन के डेटा में छिपी ऐसी ही अन्य रोमांचक खोजों की बाहर आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं.'

Text Size:

नई दिल्ली: नासा के ट्रांसिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट के डेटा का उपयोग करते हुए, वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के आकार की एक और दुनिया खोज ली है, जिसे TOI 700ई कहा गया और ये अपने तारे के रहने योग्य क्षेत्र के भीतर ही परिक्रमा करती है. इस ग्रह की सतह पर तरल पदार्थ भी हो सकता है और इसमें 95% पृथ्वी के आकार की चट्टानें भी हैं.

खगोलविदों ने पहले इस प्रणाली में तीन ग्रहों की खोज की थी, जिन्हें TOI 700 b, सी और डी कहा जाता है. ग्रह डी भी रहने योग्य क्षेत्र में परिक्रमा करता है. लेकिन TOI 700 e, की खोज के लिए और उसका अवलोकन करने के लिए वैज्ञानिकों को लगभग एक वर्ष का समय और चाहिए.

दक्षिणी कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में पोस्टडॉक्टरल फेलो एमिली गिल्बर्ट ने कहा, ‘यह कई, छोटे, रहने योग्य-ज़ोन ग्रहों में से एक है, जिन्हें हम जानते हैं.’

‘इस TOI 700 सिस्टम ने खोज करने के लिए एक रोमांचक संभावना पैदा किया है. प्लैनेट ई, प्लैनेट डी से लगभग 10% छोटा है, इसलिए सिस्टम यह भी दिखाता है कि कैसे अतिरिक्त टीईएसएस अवलोकन हमें छोटी से छोटी दुनिया खोजने में मदद करते हैं.’

TOI 700 दक्षिणी तारामंडल डोरैडो में लगभग 100 प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक छोटा, ठंडा M बौना तारा है. 2020 में, गिल्बर्ट और अन्य ने पृथ्वी के आकार, का रहने योग्य-क्षेत्र ग्रह डी की खोज की घोषणा की थी, जो दो अन्य ग्रहो के साथ लगभग 37-दिन की ऑर्बिट करता है.

अंतरतम ग्रह, TOI 700b, पृथ्वी के आकार का लगभग 90% है और हर 10 दिनों में तारे की परिक्रमा करता है. TOI 700c पृथ्वी से 2.5 गुना बड़ा है और हर 16 दिनों में एक ऑर्बिट पूरा करता है.

पृथ्वी के आकार की एक और दुनिया खोजने से ग्रह वैज्ञानिकों को हमारे सौर मंडल के इतिहास के बारे में और जानने में मदद मिलेगी.

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने जिस धरती जैसे दिखने वाले ग्रह को खोजा है, यह ग्रह लगभग 100 प्रकाश वर्ष दूर सौर मंडल में घूम रहा है.

एलीसन यंगब्लड, एक अनुसंधान खगोल भौतिकीविद् और गोडार्ड में TESS उप परियोजना वैज्ञानिक ने कहा कि ‘हम मिशन के डेटा में छिपी ऐसी ही अन्य रोमांचक खोजों की बाहर आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’


यह भी पढ़ें: समय पर तैयार होने की तरफ अग्रसर भारत का सबसे लंबा समुद्री लिंक, कैसे मील का पत्थर साबित होगा


share & View comments