वाशिंगटन: नासा ने भारत के विक्रम लैंडर का पता चलने का दावा करते हुए उसकी एक तस्वीर साझा की है. चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की सात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने की भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की कोशिश नाकाम रही थी और विक्रम लैंडर का लैंडिंग से चंद मिनट पहले जमीनी केंद्रों से सम्पर्क टूट गया था.
NASA (National Aeronautics and Space Administration) says that their NASA Moon mission, the Lunar Reconnaissance Orbiter, has found the #Chandrayaan2 Vikram Lander. pic.twitter.com/71SPVMBIJM
— ANI (@ANI) December 2, 2019
नासा ने अपने ‘लूनर रिकॉनसन्स ऑर्बिटर’ (एलआरओ) से ली गई तस्वीर में अंतरिक्ष यान से प्रभावित स्थल को और उस स्थान को दिखाया है जहां मलबा हो सकता है. लैंडर के हिस्से कई किलोमीटर तक लगभग दो दर्जन स्थानों पर बिखरे हुए हैं.
नासा ने एक बयान में कहा कि उसने स्थल की तस्वीर 26 सितम्बर को साझा की और लोगों से उस तस्वीर में लैंडर के मलबे को पहचानने की अपील की.
नासा ने कहा कि शनमुगा सुब्रमण्यन ने एलआरओ परियोजना से संपर्क किया और मुख्य दुर्घटनास्थल से लगभग 750 मीटर उत्तर पश्चिम में पहले टुकड़े की पहचान की.
भारत का यह अभियान सफल हो जाता तो वह अमेरिका, रूस और चीन के बाद चांद पर पहुंचने वाला चौथा देश बन जाता.