कोपेनहेगन: कोपेनहेगन में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के मौके पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने स्वीडिश समकक्ष मैग्डेलेना एंडरसन के साथ बातचीत की, जहां दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय साझेदारी में हुई प्रगति की समीक्षा की.
दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात थी. दोनों नेताओं ने नवाचार, जलवायु प्रौद्योगिकी, जलवायु कार्रवाई, हरित हाइड्रोजन, अंतरिक्ष, रक्षा, नागरिक उड्डयन, आर्कटिक, ध्रुवीय अनुसंधान, सतत खनन और व्यापार और आर्थिक संबंधों जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने की संभावनाओं पर भी चर्चा की.
दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘स्वीडन के साथ मजबूत संबंध. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और स्वीडन की प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने भारत-स्वीडन दोस्ती को और अधिक विविधतापूर्ण बनाने को लेकर व्यापक बातचीत की.’
तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के दूसरे चरण में बर्लिन से मंगलवार को यहां पहुंचे मोदी ने डेनमार्क की राजधानी में दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन से इतर एंडरसन से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘नवाचार, प्रौद्योगिकी और निवेश पर स्थापित एक साझेदारी. प्रधानमंत्री मोदी ने स्वीडिश प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. संयुक्त कार्य योजना की प्रगति की समीक्षा की.’
प्रधानमंत्री मोदी की 2018 की स्वीडन यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों ने रक्षा, व्यापार और निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट शहरों, महिलाओं के कौशल विकास, अंतरिक्ष और विज्ञान में व्यापक पहलों को आगे बढ़ाने के लिए एक व्यापक संयुक्त कार्य योजना को अपनाया था.
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम पर भी चर्चा हुई.’
मंत्रालय ने कहा, ‘आज की बैठक में, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय साझेदारी में हुई प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने लीड आईटी (लीडरशिप ग्रुप ऑन इंडस्ट्री ट्रांजिशन) पहल की प्रगति पर भी संतोष व्यक्त किया.’
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘दोनों नेताओं ने नवाचार, जलवायु प्रौद्योगिकी, जलवायु कार्रवाई, हरित हाइड्रोजन, अंतरिक्ष, रक्षा, नागरिक उड्डयन, आर्कटिक, ध्रुवीय अनुसंधान, स्थायी खनन और व्यापार और आर्थिक संबंधों जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और प्रगाढ़ बनाने की संभावनाओं पर भी चर्चा की.’
बाद में, मोदी डेनमार्क, आइसलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वे 2018 में पहले भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के बाद से हुए सहयोग की समीक्षा करेंगे.
मोदी ने आज के अपने कार्यक्रमों के शुरू होने से पहले ट्वीट किया, ‘आज के एजेंडे में भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन और नॉर्डिक नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता शामिल है जिसके बाद मैं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ बातचीत करने के लिए पेरिस रवाना हो जाऊंगा.’
मंगलवार को मीडिया को जानकारी देते हुए, विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा था कि भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन द्विपक्षीय सहयोग के तत्वों पर केंद्रित है जिनमें व्यापार और निवेश संबंध, डिजिटल और नवाचार साझेदारी, हरित साझेदारी और आर्थिक सहयोग के अन्य क्षेत्र शामिल हैं.
मोदी ने पहले कहा था, ‘नॉर्डिक देश भारत के लिए स्थिरता, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटलीकरण और नवाचार में महत्वपूर्ण भागीदार हैं. यह यात्रा नॉर्डिक क्षेत्र के साथ हमारे बहुआयामी सहयोग को बढ़ाने में मदद करेगी.’
(एएनआई और भाषा के इनपुट्स के साथ)