(एम जुल्करनैन)
लाहौर, छह नवंबर (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरयम नवाज के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पर प्रतिबंध के बीच उनके पति पंजाब के तत्कालीन गवर्नर सलमान तासीर के कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी से प्रेरित हत्यारे के पक्ष में खुलेआम बोल रहे हैं।
उनके बयान की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हो रही है।
हाल में लाहौर से लगभग 170 किलोमीटर दूर चिओट जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए मरयम के पति कैप्टन (सेवानिवृत्त) सफदर अवान ने अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय के खिलाफ नफरतभरा भाषण दिया और दुआ की कि पाकिस्तान के हर घर में मुमताज कादरी पैदा हो।
वर्ष 2011 में तासीर की हत्या करने के जुर्म में कादरी को फरवरी 2016 में फांसी दे दी गई। तासीर के पुलिस गार्ड कादरी ने उन्हें इसलिए गोली मार दी थी, क्योंकि गवर्नर ने ईशनिंदा कानूनों की आलोचना की थी और ईशनिंदा की आरोपी ईसाई महिला आसिया बीबी का समर्थन किया था।
सफदर ने कहा कि वह चाहते हैं कि ‘खत्म-ए-नबूवत’ की हिफाजत करने के लिए पाकिस्तान के हर घर में मुमताज कादरी जैसा व्यक्ति पैदा हो। उन्होंने कहा कि उन्हें डर है कि कहीं कादियानी (अहमदिया समुदाय) चिनाब नगर में जमीन खरीदकर इजराइल की तरह अपना देश न बना लें।
‘खत्म-ए-नबूवत’ इस्लामी अवधारणा है जिसका मतलब है कि पैगंबर मोहम्मद अल्लाह द्वारा भेजे गए सभी पैगंबरों में अंतिम पैगंबर हैं और उनके बाद कोई पैगंबर नहीं आएगा।
सफदर लगातार कादरी के समर्थन में मुखर रहे हैं और अहमदिया समुदाय को निशाना बना रहे हैं।
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सफदर के भाषण को ‘‘खतरनाक और कट्टर’’ करार दिया और मरयम से अपने पति के नफरत भरे भाषण के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया।
संघीय सरकार ने हाल में पंजाब सरकार के अनुरोध पर टीएलपी पर प्रतिबंध लगा दिया था। दरअसल, पिछले महीने पुलिस और टीएलपी समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों में पुलिसकर्मियों सहित 16 लोग मारे गए थे और 1,600 से अधिक लोग घायल हुए थे।
मरयम सरकार ने प्रांत में टीएलपी द्वारा संचालित 300 मस्जिदों और 125 मदरसों का प्रशासनिक नियंत्रण उदारवादी सुन्नी उलेमा (धर्मगुरुओं) को उचित प्रबंधन के लिए देने की भी घोषणा की।
भाषा
देवेंद्र नोमान
नोमान
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
