वाशिंगटन: अमेरिका में आपको ‘ट्रंप हटाओ, अमेरिका बचाओ’, ‘अमेरिका का नेता कैसा हो, जो बाइडेन जैसा हो’ जैसे ठेठ भारतीय नारे हिंदी में सुनाई दें, तो चौंकना स्वाभाविक है, लेकिन नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में भारतीय-अमेरिकी समुदाय को लुभाने के लिये डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थकों ने हिंदी समेत 14 भाषाओं में इसी तरह का प्रचार अभियान शुरू किया है.
सिलिकॉन वैली स्थित एक भारतीय-अमेरिकी दंपत्ति ने हिंदी में एक डिजिटल ग्राफिक्स अभियान शुरू किया है, जिसमें समुदाय के सदस्यों से डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन और उप-राष्ट्रपति पद के लिये नामित कमला हैरिस को समर्थन देने का अनुरोध किया गया है.
बाइडेन के समर्थक अजय और विनीता भूटोरिया ने कहा कि ‘ट्रंप हटाओ अमेरिका बचाओ’ और ‘बाइडेन, हैरिस को जिताओ, अमेरिका को आगे बढ़ाओ’ शीर्षक वाला प्रचार अभियान सोमवार को 14 भारतीय भाषाओं में जारी किया गया.
इससे पहले, अजय ने बाइडेन और हैरिस के समर्थन में भारतीय मूल के लोगों और दक्षिण एशियाई समुदाय को लाने के लिये बॉलीवुड के दो वीडियो भी जारी किये थे.
म्यूजिक वीडियो ‘चले चलो, बाइडेन को वोट दो’ टीवी एशिया पर प्रचार के तौर पर चल रहा है और इसके अलावा अजय 14 भाषाओं में ‘अमेरिका का नेता कैसा हो, जो बाइडेन जैसा हो’ और ‘जागो अमेरिका जागो, बाइडेन-हैरिस के वोट दो’ के डिजिटल ग्राफिक्स के साथ भी प्रचार अभियान में जुटे हैं.
भूटोरिया ने एक बयान में कहा कि यह अभियान कड़े मुकाबले वाले उन राज्यों पर केंद्रित है जहां हर वोट मायने रखता है और भारतीय-अमेरिकी समुदाय चुनाव के नतीजों में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं.
कड़े मुकाबले वाले राज्यों में पेन्सिलवेनिया, विस्कांसिन, मिशिगन, मिनिसोटा के अलावा तीन दक्षिणी राज्य फ्लोरिडा, जॉर्जिया और उत्तरी कैरोलाइना और एरिजोना भी शामिल हैं.
उन्होंने कहा, ‘भारतीय अमेरिकी मत जीत-हार तय करेंगे और कड़े मुकाबले वाले राज्यों में जीत लायक अंतर बनाएंगे.’
ट्रंप ने 2016 में मिशिगन, विस्कांसिन और पेन्सिलवेनिया में मामूली अंतर से जीत हासिल की थी.
डेमोक्रेटिक समर्थक इस बार भारतीय अमेरिकी और दक्षिण एशियाई समुदाय तक व्यापक पहुंच के लिये 14 भाषाओं में अभियान चला रहे हैं और हर हफ्ते हजारों फोन कॉल कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम 13 लाख भारतीय अमेरिकी मतों को बाइडेन के पक्ष में करने के लिये प्रतिबद्ध हैं.’
बाइडेन ने उम्मीदवारी के बदले समाजवादी, वाम चरमपंथियों को पार्टी की कमान सौंप दी: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोविड-19 संक्रमण से उबरने के बाद फ्लोरिडा में पहली बार चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन ने डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए समाजवादी, मार्क्सवादी और वाम चरमपंथियों को पार्टी का नियंत्रण सौंप दिया है.
ट्रम्प ने सोमवार को रैली में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह अमेरिका के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है.’
उन्होंने कहा, ‘ये लोग सनकी हैं. हमें जीतना होगा.’
ट्रम्प ने कहा, ‘बाइडेन ने अपनी पार्टी की उम्मीदवारी के बदले में एक भ्रष्ट सौदेबाजी की है. उन्होंने समाजवादी, मार्क्सवादी और वाम चरमपंथियों को कमान सौंप दी है. आप जानते हैं कि उनके पास कोई ताकत नहीं बची है.’
उन्होंने कहा कि यदि बाइडेन की जीत होती है, तो वाम चरमपंथी देश चलाएंगे और उन्हें सत्ता का नशा है.
ट्रम्प ने कहा, ‘यदि वे चुनाव जीत जाते हैं, तो भगवान ही हमें बचा सकता है, क्योंकि हमारा देश कभी पहले की तरह नहीं हो पाएगा और आप वापसी नहीं कर पाएंगे.’
उन्होंने कहा, ‘जो बाइडेन वैश्विक कट्टरपंथियों, चंदा देने वाले धनी लोगों के नियंत्रण में हैं, जिन्होंने आपकी नौकरियां बाहर भेज दीं, आपके कारखाने बंद कर दिए, हमारी सीमाएं खोल दीं और मूर्खतापूर्ण अंतहीन युद्धों में अमेरिकी जवानों और खजाने को कुर्बान करके हमारे शहरों को लूट लिया.’
ट्रम्प ने कहा कि अब सैन्य बल देश वापस आ रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि बाइडेन और डेमोक्रेटिक पार्टी के समाजवादी लोगों की नौकरियां नष्ट कर देंगे, पुलिस विभागों को नष्ट कर देंगे और सीमाओं को समाप्त कर देंगे.
ट्रम्प ने फ्लोरिडा में जीतने का विश्वास जताया, हालांकि ‘रियल क्लीयर पॉलिटिक्स’ के अनुसार इस राज्य में बाइडेन 3.5 प्रतिशत अंकों से आगे हैं.
डेमोक्रेटिक-रिपब्लिकन पार्टी के बीच सहयोग की भावना फिर से पैदा करने की जरूरत: बाइडेन
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने देश को विभाजित करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अमेरिका में दोनों बड़े राजनीतिक दलों (रिपब्लिकन पार्टी एवं डेमोक्रेटिक पार्टी) के बीच सहयोग की भावना फिर से पैदा किए जाने की आवश्यकता है.
बाइडेन ने ओहायो के सिनसिनाटी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका को ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता है, जो तनाव कम कर सके और संवाद के माध्यम खोले.
पूर्व उपराष्ट्रपति ने सोमवार को कहा, ‘हमें इस देश में दोनों दलों के बीच सहयोग की भावना फिर से पैदा करने की आवश्यकता है.’
बाइडेन (77) ने कहा, ‘यह अमेरिका को एकजुट करने का समय है और हम डर के ऊपर उम्मीद, कल्पना के ऊपर विज्ञान, झूठ के ऊपर सच और विभाजन के ऊपर एकता को चुनकर ऐसा कर सकते हैं. लोकतंत्र में सर्वसम्मति की आवश्यकता होती है. मैं गौरवान्वित डेमोक्रेट के रूप में लड़ रहा हूं, लेकिन मैं अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह सत्ता संभालूंगा.’
उन्होंने कहा कि ट्रम्प की नीतियों के कारण कोविड-19 की वजह से 2,14,000 से अधिक अमेरिकियों की जान चली गई.
इस बीच, लोकप्रिय रिपब्लिकन नेता निक्की हेली ने चीन पर ‘यथास्थिति’ बनाए रखने और ईरान परमाणु समझौते में फिर से शामिल होने की इच्छा के लिए बाइडेन की आलोचना की.
उन्होंने वामपंथी एजेंडा आगे बढ़ाने के लिए उपराष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार एवं भारतीय-अमेरिकी नेता कमला हैरिस की भी निंदा की.
भारतीय-अमेरिकी हेली (48) इससे पहले तक हैरिस (55) की सार्वजनिक रूप से आलोचना करते से बचती रही हैं.
उन्होंने कहा, ‘हैरिस ने 2017 की कर कटौती को रद्द करने और अमेरिकी लोगों में निवेश करने का वादा किया. उन्होंने वाम की इस मूल विचारधारा को सामने ला दिया कि लोगों का धन उनके बजाए, सरकार बेहतर तरीके से खर्च कर सकती है.’
हेली ने कहा, ‘बाइडेन चीन पर यथास्थिति का हिस्सा थे, जबकि ट्रम्प प्रशासन ने चीन के बारे में बहस ही मूल रूप से बदल दी. चीन के साम्यवादी खतरे को लेकर अमेरिका की आंखें खुल गई हैं और उसने चीन की जासूसी रोकने तथा तकनीक, विनिर्माण एवं रक्षा के क्षेत्र में चीन का सामना करने के लिए ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.’