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Saturday, 21 December, 2024
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जापान की संसद ने किशिदा को नया PM चुना, सुगा ने कैबिनेट के साथ दिया इस्तीफा

कोरोनावायरस वैश्विक महामारी से निपटने के तरीकों और संक्रमण के बाजवूद ओलंपिक खेलों के आयोजन पर अड़े रहने की वजह से लोकप्रियता में कमी आने के कारण सुगा ने केवल एक साल तक पद पर रहने के बाद ही इस्तीफा दे दिया था.

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टोक्यो: जापान की संसद ने पूर्व विदेश मंत्री फुमिओ किशिदा को सोमवार को देश का नया प्रधानमंत्री चुना. किशिदा योशिहिदे सुगा का स्थान लेंगे. सुगा और उनकी कैबिनेट ने दिन की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था. किशिदा और उनकी कैबिनेट के सदस्य दिन में बाद में शपथ ग्रहण करेंगे.

किशिदा पर आसन्न राष्ट्रीय चुनाव से पहले कोरोनावायरस वैश्विक महामारी और सुरक्षा चुनौतियों से तेजी से निपटने की चुनौती है. जापान के पूर्व विदेश मंत्री किशिदा ने सत्तारूढ़ पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता पद का चुनाव पिछले सप्ताह जीत लिया था. लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नए नेता के तौर पर किशिदा का संसद में सोमवार को अगला प्रधानमंत्री चुना जाना तय है. संसद में उनकी पार्टी और उसकी सहयोगी का दोनों सदनों में बहुमत है. किशिदा को प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद उन्हें और उनकी कैबिनेट के सदस्यों को शपथ ग्रहण कराई जाएगी.

कोरोनावायरस वैश्विक महामारी से निपटने के तरीकों और संक्रमण के बाजवूद ओलंपिक खेलों के आयोजन पर अड़े रहने की वजह से लोकप्रियता में कमी आने के कारण सुगा ने केवल एक साल तक पद पर रहने के बाद ही इस्तीफा दे दिया था.

किशिदा ने पार्टी के नेता पद के मुकाबले में लोकप्रिय टीकाकरण मंत्री तारो कोनो को हराया था. उन्होंने पहले चरण के चुनाव में दो महिला उम्मीदवारों सना तकाइची और सेइको नोडा को पराजित किया था. उनकी जीत से प्रदर्शित होता है कि किशिदा को अपनी पार्टी के दिग्गजों का समर्थन मिला, जिन्होंने कोनो द्वारा समर्थित बदलाव के बजाय स्थिरता को चुना. कोनो को स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति के तौर पर जाना जाता है. किशिदा को एक शांत उदारवादी के रूप में जाना जाता था, लेकिन जाहिर तौर पर पार्टी में प्रभावशाली रूढ़िवादियों का समर्थन हासिल करने के लिए उन्होंने आक्रामक नेता की छवि बनाई.


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जापानी मीडिया ने बताया कि सुगा की 20 सदस्यीय कैबिनेट के दो सदस्यों को छोड़ कर शेष सभी के स्थान पर नए नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. अधिकतर पदों पर उन नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जिन्होंने पार्टी में हुए चुनाव में किशिदा को समर्थन दिया हैं. कैबिनेट में केवल तीन महिला नेता शामिल होंगी.

जापान की कूटनीति और सुरक्षा नीतियों की निरंतरता सुनिश्चित करते हुए विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और रक्षा मंत्री नोबुओ किशी को कैबिनेट में बनाए रखा जाएगा. जापान क्षेत्र में चीन की गतिविधियों और बढ़ते तनाव के मद्देनजर अमेरिका के साथ मिलकर द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर निकटता से काम करना चाहता है.

किशिदा जापान की राष्ट्रीय सुरक्षा के आर्थिक आयामों से निपटने के उद्देश्य से एक नया कैबिनेट पद बनाएंगे, जिसमें 46 वर्षीय ताकायुकी कोबायाशी को नियुक्त किया जाएगा, जो संसद में अपेक्षाकृत नए हैं.

नवंबर के मध्य में होने वाले आम चुनाव से पहले संसद के निचले सदन को भंग करने से पहले किशिदा संभवत: इस सप्ताह के अंत में अपनी नीति संबंधी भाषण देंगे.

नए नेता पर पार्टी की छवि को सुधारने का दबाव होगा, जो सुगा के नेतृत्व में कथित तौर पर धूमिल हुई है. कोरोनावायरस महामारी से निपटने के तौर तरीकों और टोक्यो में ओलंपिक कराने पर अड़े रहने को लेकर सुगा के प्रति जनता में आक्रोश पैदा हो गया है. परंपरावादी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) को आने वाले दो महीनों में संसद के निचले सदन के चुनाव से पहले शीघ्र ही जन समर्थन अपने पक्ष में करने की जरूरत है.

किशिदा जापान एवं अमेरिका के बीच करीबी सहयोग और एशिया एवं यूरोप में समान विचारों वाले अन्य देशों के साथ साझेदारी का समर्थन करते हैं, जिसका एक उद्देश्य चीन और परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया का मुकाबला करना भी है.


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