टोरंटो, 22 जनवरी (भाषा) कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू ने कहा कि उनकी सरकार मानव तस्करी को रोकने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है और अमेरिका के साथ ‘बहुत करीब’ से इस दिशा में काम कर रही है। उनका यह बयान एक दिन पहले एक बच्चे सहित चार भारतीयों के अमेरिका के साथ लगने वाली कनाडा की सीमा पर भीषण ठंड से मौत होने के बाद आया है।
मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार से थे।
घटना को “दिल दहला देने वाली” त्रासदी करार देते हुए ट्रूडू ने शुक्रवार को कहा कि कनाडाई सरकार अमेरिकी सीमा पर लोगों की तस्करी को रोकने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है।
ट्रूडू ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यह पूरी तरह दिल दहला देने वाली कहानी है। किसी परिवार को इस तरह से मरते देखना बेहद त्रासद है, मानव तस्करी…और बेहतर जीवन की उनकी ख्वाहिश का फायदा उठाने वालों के पीड़ित।”
उन्होंने कहा, “यही कारण है कि हम लोगों को अनियमित या अवैध तरीके से सीमा पार करने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हम जानते हैं कि ऐसा करने में बड़े जोखिम हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि कनाडा तस्करी को रोकने और लोगों को ‘अस्वीकार्य जोखिम लेने’ से रोकने में मदद करने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहा है।
कनाडा के अधिकारियों के अनुसार, यह घटना असामान्य थी क्योंकि अवैध प्रवासी आम तौर पर अमेरिका से कनाडा में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं, न कि यहां से वहां जाने की। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव के बाद 2016 में कनाडा में पैदल सीमा पार करने के मामलों में वृद्धि हुई।
बृहस्पतिवार को, मैनिटोबा रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने कहा कि बुधवार को चार लोगों के शव – दो वयस्क, एक किशोर और एक शिशु – दक्षिण मध्य मैनिटोबा में एमर्सन इलाके के पास अमेरिका/कनाडा सीमा के कनाडाई तरफ पाए गए। माना जा रहा है कि परिवार गुजराती था और अत्यधिक ठंड की चपेट में आने से उन लोगों की मौत हुई।
भाषा नेहा प्रशांत
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