वाशिंगटन: भारत, अमेरिका, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया सहित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लोकतांत्रिक देशों ने फिजी में हृदय रोगों से पीड़ित बच्चों के मुफ्त इलाज के लिए एक अत्याधुनिक अस्पताल स्थापित किया है.
चारों ओर समुद्र से घिरा फिजी कई छोटे-छोटे द्वीपों को मिलाकर बना एक देश है, जहां बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं.
एशियाई अमेरिकियों, हवाई और प्रशांत द्वीप समूह के मूल निवासियों से संबंधित मामलों पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को सलाह देने वाले आयोग के सदस्य अजय भूटोरिया ने फिजी से लौटने के बाद पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘कल्पना कीजिए कि आप ऐसी स्थिति में हैं जहां आपके बच्चे को हृदय संबंधी परेशानी है, जिसके लिए सर्जरी की आवश्यकता है और आपके पास इलाज के साधन उपलब्ध नहीं हैं. लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा.’
भूटोरिया ने पिछले सप्ताह ही फिजी में श्री सत्य साईं संजीवनी हृदय अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लिया था. करीब 2.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर की लागत से बना यह अस्पताल फिजी के इतिहास में किसी गैर-सरकारी संगठन की ओर से पूरी की गयी सबसे बड़ी परियोजना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष संदेश में कहा था कि इस तरह की परियोजनाओं से भारत और फिजी के बीच मजबूत संबंध बनाने में मदद मिलेगी.
कैलिफोर्निया के हृदय रोग विशेषज्ञ एवं सर्जन शॉन शेट्टी ने इस सप्ताह के अंत में 30 बच्चों के दिल की सर्जरी की.
भूटोरिया ने कहा, ‘यह अस्पताल अमेरिका, फिजी, भारत, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के लोगों के बीच मजबूत साझेदारी का परिणाम है.’
उन्होंने बताया कि अब से पहले, फिजी और प्रशांत क्षेत्र में हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के इलाज की सुविधा नहीं थी और ऐसे बच्चों को दूसरे देश ले जा कर इलाज कराने का खर्च ज्यादातर परिवार वहन नहीं कर पाते थे.
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