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Wednesday, 24 April, 2024
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पाकिस्तान उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारी तलब, भारत ने दर्ज कराया विरोध

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भारत ने पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम उल्लंधन पर गहरी चिंता व्यक्त की. राजनाथ सुरक्षा जायज़ा लेने कश्मीर पहुंचे.

नई दिल्ली: भारत पाकिस्तान सीमा पर हो रहे संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर भारत ने मंगलवार को पाकिस्तानी उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया. भारत ने पाकिस्तान के समक्ष 21 अक्टूबर को पाकिस्तानी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश में जम्मू कश्मीर के सुन्दरबनी सेक्टर में भारतीय सैनिकों की मौत पर विरोध दर्ज कराया गया.

भारत ने पाकिस्तानी अधिकारी को बताया कि दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को भारतीय सुरक्षा बलों ने वहां हुई मुठभेड़ में मार गिराया था. अब पाकिस्तान सरकार से कहा गया है कि वे अपने मृतकों को के शव ले जाएं.

पाकिस्तान के इतने भड़काऊ कदम की, विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में निंदा की है. साथ ही कहा है कि ये दिखाता है कि पाकिस्तान आतंकवाद की मदद कर रहा है और उसकी इसमें मिलीभगत है. ये पाकिस्तान के उन दावों का खोखलापन भी दिखाता है जो वो करता रहा है- कि वो शांति चाहता है और दोनों देशों के बीच सकारात्मक संबंध चाहता है.

विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बिना उकसावे के युद्धविराम का उल्लंधन पर भी गहरी चिंता व्यक्त की.

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भारत का आरोप है कि बार बार संयम बरतने की अपील के बावजूद पाकिस्तान ने 2018 में अब तक बिना उकसावे के नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा का 1591 बार उल्लंघन किया है. पाकिस्तान से कहा गया है कि वह दोनों देशों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौते का पालन करे और अपनी भूमि का आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने दें.

इसी मामले पर मंगलवार को भारतीय सेना और पाकिस्तानी सेना के बीच सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) स्तर की बातचीत होगी. सेना सुंदरबनी क्षेत्र में घुसपैठ को लेकर अपना कड़ा विरोध दर्ज करवाएगी. इस हमले में तीन भारतीय जवान शहीद हो गए थे जबकि एक को गंभीर चोट आई है. पाकिस्तान के सीमा कार्य दल (बैट) का इस्तेमाल और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों का प्रचार करने को लेकर बातचीत होगी.

इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत में एक मुठभेड़ के बाद आम कश्मीरियों की मौत का मुद्दा उठाया था. खान ने कहा था कि समय आ गया है कि भारत कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में बातचीत करे.

भारत ने कहा था कि इमरान खान को भारत के मामलों में दखल देने के बजाय अपने देश की ओर ध्यान देना चाहिए.

राजनाथ सिंह एक दिन के कश्मीर दौरे पर

वहीं गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू और कश्मीर के दौरे पर हैं. वे वहां की सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए श्रीनगर पहुंचे हैं. राजनाथ सिंह खास तौर से घाटी व भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे.

राजनाथ सिंह ने दिल्ली से रवाना होने से पहले ट्वीट किया, ‘जम्मू एवं कश्मीर के एकदिवसीय दौरे पर श्रीनगर जा रहा हूं. वहां सुरक्षा के हालात व राज्य में शुरू किए गए प्रमुख पहलों की समीक्षा करूंगा.’

वे वहां उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के अलावा कुछ राजनीतिक प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे.

वे राजभवन में राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात करेंगे. इसके साथ ही वे नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों, पुलिस व सुरक्षा बलों के साथ मुलाकात करेंगे और राज्य की मौजूदा हालात का आंकलन करेंगे.

राज्य में जून में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद यह राजनाथ सिंह का कश्मीर घाटी का पहला दौरा है.

दो प्रमुख राजनीतिक दलों-नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने हाल ही में निकाय चुनावों का बहिष्कार किया था.

राजनाथ सिंह के राजनीतिक दलों के नेताओं व सिविल सोसाइटी समूह के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करने की उम्मीद है.

जम्मू एवं कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है. आतंकी समूहों द्वारा हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने से राज्य को अशांति का सामना करना पड़ रहा है.

(समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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