जिनेवा: भारत ने सोमवार को कहा कि अब समय आ गया है कि एक ‘नाकाम देश’ पाकिस्तान को उसके द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. इसके साथ ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से अनुरोध किया कि वह पाकिस्तान के खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड तथा जातीय एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति उसके भेदभावपूर्ण रवैये पर तत्काल ध्यान दे.
मानवाधिकार परिषद के 46वें सत्र में पाकिस्तान के प्रतिनिधि के वक्तव्य के बाद अपने जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए भारत ने यह बात कही.
भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान उपदेश देना बंद करे और अपने यहां लाखों पीड़ितों के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर ध्यान दे.
India's Statement exercising its Right of Reply in response to the incessant misuse of @UN_HRC by Pakistan for its fallacious and malicious propaganda@MEAIndia #46HRC pic.twitter.com/HR3eJ3Qw7D
— India at UN, Geneva (@IndiaUNGeneva) March 15, 2021
जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन में प्रथम सचिव पवन कुमार बेढ़े ने कहा, ‘परिषद को पाकिस्तान के जातीय एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभावपूर्ण बर्ताव एवं उसके निंदनीय मानवाधिकार रिकॉर्ड पर तत्काल ध्यान देना चाहिए. अब समय आ गया है कि एक विफल देश पाकिस्तान उपदेश देना बंद करे और अपने यहां के लाखों पीड़ितों के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर ध्यान दे.’
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