नई दिल्ली: भारत ने अफगानिस्तान के प्रथम उपराष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह को निशाना बनाकर किये गए घातक बम हमले की बुधवार को कड़ी निंदा की.
अफगानिस्तान मीडिया की खबरों के अनुसार, आज सुबह अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति के काफिले को निशाना बनाकर किये गए बम हमले में सालेह को मामूली चोटे आई. इस घटना में 10 लोग मारे गए और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ट्वीट किया, ‘भारत, अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह पर कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है. हमारी संवेदनाएं शहीदों के साथ, घायलों के लिये प्रार्थनाएं.’
India strongly condemns cowardly terrorist attack on Afg VP @AmrullahSaleh2. Our condolences to martyrs & prayers with injured. India stands with Afghanistan in the fight to eradicate terror infrastr & sponsors for enduring peace in Afg. #IndiaStandsWithAfg
— Anurag Srivastava (@MEAIndia) September 9, 2020
उन्होंने कहा कि भारत शांति स्थापित करने के लिये आतंकी आधारभूत ढांचे और प्रायोजकों को समाप्त करने की लड़ाई में अफगानिस्तान के साथ खड़ा है.
यह भी पढ़ें: वर्तमान और पूर्व सांसदों-विधायकों पर 4,442 आपराधिक मुकदमे चल रहे, उच्च न्यायालयों ने एससी को बताया
बम विस्फोट में 10 नागरिकों की मौत
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को देश के पहले उपराष्ट्रपति के काफिले को निशाना बना कर किये गये बम हमले में 10 नागरिकों की मौत हो गई और कम से कम एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं, जिसमें उपराष्ट्रपति के कई बॉडीगार्ड भी शामिल हैं.
गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि अभी किसी संगठन ने तत्काल हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और तालिबान ने हमले में भूमिका से इनकार किया है. देश के पहले उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह इस बम हमले में मामूली रूप से झुलस गए हैं.
सालेह अफगानिस्तान के खुफिया प्रमुख रह चुके हैं. उन्होंने हमले के शीघ्र बाद टेलीविजन पर बताया कि वह सुरक्षित हैं और वह मामूली रूप से झुलसे हैं. टीवी फुटेज में उनके एक हाथ में बैंडेज लगा दिखा है.
सालेह फुटेज में यह कहते हुए दिखे हैं कि वह और उनके छोटे बेटे सुरक्षित हैं. हमले के समय उनके छोटे बेटे उनके साथ थे.
उन्होंने कहा, ‘मेरा चेहरा और हाथ मामूली रूप से आग की लपटों से जला है. मेरे पास अभी सटीक जानकारियां नहीं हैं लेकिन मैं उन लोगों से माफी मांगता हूं जिनकी मृत्यु हुई और जिन्हें इस हमले में संपत्ति का नुकसान हुआ.’
उनके प्रवक्ता रजवान मुराद ने इस हमले को सालेह की जिंदगी खत्म करने की कोशिश का ‘खतरनाक प्रयास बताया’ है. उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र की सड़कें बंद कर दी गई हैं.
गृह मंत्रालय ने बताया कि सालेह का काफिला काबुल के उस हिस्से से गुजर रहा था जहां खाना बनाने और घरों को गर्म रखने वाले गैस सिलेंडर की बिक्री होती है. इस विस्फोट की वजह से कई दुकानों में आग लग गई.
विस्फोट के बाद घटनास्थल पर विध्वंस के निशान थे. विस्फोट के बाद कम से कम 10 दुकानों में आग की लपटें उठ रही थी और निकट के दर्जनों घरों के शीशे टूट गए थे. कारें क्षतिग्रस्त हो गई थीं और मलबा बिखरा पड़ा था.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरियन ने एसोसिएटेड प्रेस से पुष्टि की है कि इस बम हमले में सालेह के काफिले को निशाना बनाया गया. उन्होंने बताया था कि इस विस्फोट में कम से कम दो नागरिकों की मौत हो गई लेकिन बाद में मृतकों की संख्या बढ़कर 10 हो गई.
मंत्रालय ने बताया कि कम से कम 15 लोग घायल हो गए.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने हमले के तुरंत बाद इसमें संगठन की भूमिका से इनकार किया.
तालिबान और इस्लामिक स्टेट काबुल में सक्रिय हैं और अफगानिस्तान के एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल और तालिबान के बीच संभावित वार्ता से पहले तनाव का माहौल बना हुआ है.
यह भी पढ़ें: 300% वृद्धि के साथ महीने भर में छत्तीसगढ़ कोविड-19 एक्टिव संक्रमण के टॉप 10 राज्यों में हुआ शामिल